भले ही प्रदेश सरकार बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए एम्बुलेंस सेवा (brother carries burnt sister) संचालित कर रही हो लेकिन एक महिला को आपातकालीन सेवा के आभाव में तड़पना पड़ा। हरदोई के जिला अस्पताल से गंभीर अवस्था में रेफर मरीजों के लिए एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई।

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  • बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में मरीजों को एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध ही नहीं कराई जाती है।
  • इसके कारण उन्हें प्राइवेट वाहनों द्वारा मरीजों को मरीजों को लखनऊ तक ले जाना पड़ता है।
  • ताजा मामला शहर कोतवाली का है जहां से एम्बुलेन्स न मिलने पर बहन को गोद मे लेकर भाई भटकता रहा।

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क्या है पूरा मामला

  • मामला जिले के सरकारी जिला अस्पताल का है।
  • शहर कोतवाली क्षेत्र के बरगदिया निवासी गंगावती पत्नी हरिशचन्द्र 14 जून को घर मे खाना बनाते समय झुलस गई थी।
  • उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पर गंभीर अवस्था में झुलसी महिला को लखनऊ रेफर कर दिया गया।

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  • परिजनों द्वारा ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सकों से एंबुलेंस मुहैया कराने की बात की गई तो उनसे कहा गया कि प्राइवेट वाहन से लेकर जाओ।
  • गंभीर अवस्था में झुलसी महिला को उसका भाई कंधे पर लादकर टैक्सी स्टैंड तक पहुंचा वहां से प्राइवेट वाहन द्वारा लखनऊ ले गया।
  • इस मामले में (brother carries burnt sister) अधिकारी पूरी तरह खामोश हैं।
  • सीएमएस से लेकर सीएमओ तक जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं और कैमरे के सामने बोलने से मना कर रहे है।

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https://youtu.be/EA9kN0zYsAs

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