भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
पलासी के युद्ध की आज से हुई थी शुरुआत :
- देश के इतिहास में कुछ युद्द और उनके स्थान ऐसे हैं जो लोगों के ज़हन में उतर चुके हैं.
- ऐसा ही एक युद्द पलासी का भी है जहाँ दो देशों के बीच युद्ध छिड़ा था.
- बता दें कि यह उस समय की बात है जब अंग्रेज़ी हुकूमत भारत पर अपना कब्ज़ा कर रही थी.
- यही नहीं अंग्रेजों द्वारा एक -एक कर पूरे भारत पर कब्ज़ा किया जा रहा था.
- जिसके बाद सन 1757 में आज ही के दिन बंगाल के शासक सिराज-उद-दौला और अंग्रेजों के बीच युद्ध छिड़ा था.
- बता दें कि इतिहास में यह युद्ध पलासी के युद्ध के नाम से मशहूर हो गया है.
- अंग्रेजों की ओर से रोबर्ट क्लीव द्वारा इस युद्ध को लड़ा गया था जो काफी लंबे समय तक चलता रहा था.
- बता दें कि भारत के इतिहास में एक समय ऐसा भी आया जब शासकों द्वारा अपने राज को हारना पड़ा.
- इसी क्रम में सिराज-उद-दौला को भी अपना राज्य अंग्रेजों के हाथों हारना पडा था.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1894 में आज ही के दिन ग्रेट ब्रिटेन-आयरलैंड के राजा और भारत के सम्राट एडवर्ड VIII का जन्म हुआ था.
- 1927 में आल भारतीय रेडियो की प्रसारण सेवा मुंबई और कलकत्ता में निजी तौर पर स्वामित्व ट्रांसमीटर द्वारा शुरू हुई थी.
- 1930 में साइमन कमीशन ने भारत को संघीय बनाने और बर्मा को अलग करने की सिफारिश की थी.
- 1946 में आज ही के दिन गांधी जी ने कांग्रेस को अंतरिम सरकार में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी थी.
- 1980 में आज ही के दिन संजय गाँधी का एक दुर्घटना में निधन हो गया था.
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