भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
अविवाहित महिलाओं के लिए हुए था मैटरनिटी लीव का प्रावधान :
- विवाहित हो या अविवाहित महिला माँ बनती है तो उसे कई दिक्कतें होती हैं.
- जिसके तहत हर क्षेत्र में इस दिशा में अब सोचा जाने लगा है और कदम उठाये जा रहे हैं.
- परंतु क्या आपको पता है कि इसकी शुरुआत कब और कहाँ से हुई थी.
- बता दें कि सन 1986 में हुई थी जब सरकार द्वारा इस दिशा में एक उचित निर्णय लिया गया था.
- बता दें कि इससे पहले यह निर्णय केवल विवाहित महिलाओं को लेकर ही लिया गया था.
- जिसके बाद कई महिला संगठनों द्वारा इसका विरोध भी किया गया.
- सरकार ने इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए इस निर्णय में कुछ बदलाव किये.
- जिसके बाद आज ही के दिन से अविवाहित महिलाओं के लिए इस लीव का प्रावधान हुआ था.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1763 में आज ही के दिन अंग्रेजों द्वारा मुर्शिदाबाद पर कब्ज़ा कर लिया गया था.
- 1885 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी और अकाली दल के नेता तारा सिंह का जन्म हुआ था.
- 1897 में आज ही के दिन ग्वालियर घराने के प्रसिद्ध संगीत निर्देशक पद्मश्री पंडित ओमकारनाथ ठाकुर का जन्म हुआ था.
- 1908 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कथकली नर्तक गोपीनाथ का जन्म हुआ था.
- 1946 में आज ही के दिन गाँधी जी ने कैबिनेट मिशन से मुलाक़ात की थी.
- 1946 में आज ही के दिन कांग्रेस ने अस्थायी सरकार के लिए ब्रिटिश योजना को खारिज कर दिया था.
- 1991 में आज ही के दिन तमिलनाडु की दिवंगत नेता जयललिता ने अपने पद की शपथ ली थी.
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