राजधानी लखनऊ में नर्सिंग होम में अवैध तरीके से खून को बेचने का कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है. योगी सरकार के सख्त निर्देशों को भी दर किनार किया जा रहा है ताज़ा मामला लखनऊ स्तिथ उजाला नर्सिंग होम का है जहा पर 10 जून को सीएमओ द्वारा छापेमारी के बाद भी व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है. हालांकि पहले भी कई बार नर्सिंग होम की शिकायत आ चुकी है पर कोई भी ठोस कारवाही नहीं हो पायी.
छापेमारी के दौरान मिली थीं ये खामियां-
- लखनऊ के उजाला नर्सिंग होम में 10 जून को सीएमओ द्वारा छापेमारी की गई थी.
- लेकिन CMO द्वारा की गई इस छापेमारी के बाद भी यहाँ खून का व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है.
- बता दें की छापेमारी के दौरान नर्सिंग होम में 13 खामियां मिली थी.
- इसके बाद भी अभी तक बिना पंजीकरण मरीजों के पर्चे बन रहे हैं.
- यही नही यहाँ अवैध तरीके से खून को बेचा जा रहा है.
- जो खून बेचा जा रहा है उसका रिकॉर्ड तक नहीं है.
- साथ ही मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हुए यहाँ धड्ड़ले से नकली खून भी बेचा जा रहा है.
आँख मूँद कर बैठा प्रशासन-
- उजाला नर्सिंग होम में 10 जून को सीएमओ द्वारा छापेमारी की गई थी.
- इस छापेमारी को 18 दिन पूरे हो चुके हैं.
- लेकिन 18 दिनों के बाद भी अब तक कोई कारवाही नही की गई है.
- जिससे साफ़ पता चलता है की इस मामले में प्रशासन अभी भी आँख मूँद कर बैठा हुआ है.
- गौरतलब हो कि प्रदेश भर में ऐसे सैकड़ो नर्सिंग होम चल रहे हैं.
- जहाँ अवैध रूप से खून बेचा और ख़रीदा जा रहा है.
- योगी सरकार ने हाल ही में अपने 100 दिनों रिपोर्ट कार्ड पेश किया था.
- इस रिपोर्ट कार्ड में स्वास्थ सेवाओं के अच्छे होने की बात भले ही कही हो.
- लेकिन ज़मीनी हकीकत तो ये हैं कि स्वस्थ अधिकारियों द्वारा इसे पूरा नहीं किया जा रहा है.
- अब देखना ये होगा की प्रशासन द्वारा कब तक अवैध नर्सिंग होम पर कारवाही की जाएगी.
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