डॉ0 हैनीमैन द्वारा शुरू की गयी होम्योपैथी नैनो टेक्नोलाजी के सिद्धान्त पर आधारित है। जो की पूरी तरह से वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है। साथ ही ये जनस्वास्थ्य की समस्याओं के समाधान में पूरी तरह सक्षम है इसलिये जनता को इसका पूरा लाभ उठाना चाहिए। यह बातें डॉ0 हैनीमैन केे निर्वाण दिवस के अवसर पर होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस सोसायटी के तत्वावधान में बाबा हास्पिटल एवं पैरामेडिकल इंन्सटीट्यूट के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कही गयी।
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सुरक्षित और कम खर्चीली है होम्योपैथी चिकित्सा
- होम्योपैथी चिकित्सा भले ही हमारे देश में अभी बहुत ज्यादा उपयोग में नहीं लायी जा रही है।
- बावजूद इसके बहुत से लोग इसे अपनाकर इससे लाभान्वित हो रहे हैं।
- डॉक्टर्स के मुताबिक भारतीय जनमानस को ऐसी चिकित्सा पद्धति की आवशयकता है।
- जो रोगों को जड़ से ठीक करने के साथ ही सुरक्षित तो है ही साथ ही कम खर्चीली भी है।
- होम्योपैथी में यह सभी गुण विद्यमान है।
- इस मौके पर डॉ0 हैनीमैन को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
- इस अवसर पर अरिमर्दन सिंह ने कहा कि होम्योपैथी भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक
- भौगोलिक एवं आर्थिक स्थितियों को अनुकूल है।
- हैनीमैन दुनिया के पहले चिकित्सा वैज्ञानिक है जिन्होंने चिकित्साविज्ञान को नई दिशा प्रदान की।
- उन्होंने कहा कि जनता में होम्योपैथी के सम्बन्ध में व्याप्त भ्रान्तियों का निराकरण होना चाहिए।
- केन्द्रीय होम्योपैथी के सदस्य डा0 अनुरूद्ध वर्मा ने कहा कि केवल होम्योपैथी ही लोगों को आधुनिक चिकित्सा में आने वाले खर्च के जाल से निकाल सकती है।
- महंगे इलाज के कारण सामान्य वर्ग के लोग भी गरीबी रेखा के नीचे आते जा रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि होम्योपैथी महंगी चिकित्सा का सस्ता बेहतर विकल्प है।
- होम्योपैथी स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में सक्षम है।
- उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे।
- और जरूरत पड़ने पर होम्योपैथी को पहली पसंद के रूप में अपनायें।
- उन्होंने कहा कि सबका स्वास्थ्य केवल होम्योपैथी के साथ ही सम्भव है।
- डॉ0 बी0एन0 सिंह ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सकों को अधिक मेहनत के साथ इस पद्धति को जनता के मध्य ले जाना चाहिए।
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