रायबरेली (Raebareli murder) जिले में जमीन पर कब्जे के विवाद में तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. जबकि दो अन्य को कथित रूप से जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया. हत्यारोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुःख जताया था. वहीँ सीएम ने पुलिस को निर्देश दिया है कि इस सन्दर्भ में कड़ी कार्रवाई की जाये. सीएम योगी ने मृतकों को 5-5 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा भी की थी. सीएम योगी से सख्त निर्देश दिए थे कि जल्दी से जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए.
क्या है पूरा घटनाक्रम
- मामला प्रतापगढ़ जनपद के संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र स्थित तेवारा गांव का है.
- प्रधान रोहित शुक्ला भुसई का पुरवा में ससुराल की तरफ से खुद को मिली एक जमीन पर घर का निर्माण करवा रहा था.
- पास के ही अपटा गांव की महिला प्रधान रामश्री का बेटा राजा यादव कल वहां पहुंचा.
- यह कहकर निर्माण कार्य रकवा दिया कि ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कराया जा रहा है.
- इस बात की जानकारी मिलने पर रोहित और उसके साथी अपटा गांव पहुंचे थे.
- रोहित के साथ अनूप,अंकुश, करमचंद, मनीष और बच्चा शुक्ला सोमवार देर रात पहुंचे थे.
- रोहित ने कहा कि वह जिस जमीन पर निर्माण करा रहा है, वह उसके ससुर ने उसे दी है.
- इसी बीच विवाद बढ़ गया और राजा यादव के भाई कृष्ण कुमार ने हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
परिजन कार्रवाई से संतुष्ट नहीं:
- उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में पांच नृशंस हत्याएं हुई है.
- जिसमें दो आदमी को जिंदा भून दिया गया.
- तीन आदमी को मारने के बाद जलती कार के नीचे फेंक दिया गया गया.
- ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जिस जिले को उत्तर प्रदेश का वीआईपी जिला माना जाता है.
- वहां इतनी बड़ी घटना पर सरकार समेत सामाजिक कार्यकर्ता चुप क्यों हैं..?
- सवाल उठ रहा है कि हर मुद्दे को राजनैतिक दृष्टिकोण देने वाले नेता इस घटना पर अपनी आंखें क्यों मूदं लिए है.
- बता दें कि सभी पांच मृतक लोगों में तीन बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे.
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