उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार में जनता की सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं हैं। अभी पिछली 30 जून 2017 को यूपी के बिजनौर जिले में दरोगा सहजोर सिंह मलिक की बदमाशों ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इस घटना में पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी कि राजधानी लखनऊ के क्षेत्राधिकारी कार्यालय गोमतीनगर के पीछे गोमती रिवर फ्रंट में एक सिपाही का शव औंधे मुंह पड़ा मिलने से हड़कंप मच गया।
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- सूचना मिलते ही मौके पर आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
- पुलिसकर्मी का शव कई दिन पुराना लग रहा है क्योंकि शव काफी फूला हुआ था।
- मृतक सिपाही के आंखों और मुंह से खून निकल रहा था।
- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसकी बेरहमी से हत्या करके हत्यारों ने शव को गोमती में फेंक दिया।
- योगी सरकार में महज चार दिन में पुलिसकर्मी की हत्या की ये दूसरी वारदात है।
- फिलहाल पुलिस की नेम प्लेट पर एमके शुक्ला लिखा हुआ है।
- उसके पीएनओ नंबर से तैनाती और निवास की पहचान की जा रही है।
#लखनऊ – गोमती नदी में मिले पुलिसकर्मी के शव पर एसएसपी @DeepakKumarIPS2 ने दिया बयान, 1 तारीख से ड्यूटी पर नहीं गए थे एम के शुक्ला! pic.twitter.com/YVNcHLx0Ug
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एक तारीख से था लापता
- एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मृत आरक्षी एमके शुक्ला वर्तमान समय में पुलिस लाइन रहे थे।
- वह 1997 बैच के सिपाही थे।
- उनकी ड्यूटी एडवोकेट जनरल के सुरक्षाकर्मी के रूप में लगी थी।
- वह पिछली एक तारीख को ड्यूटी से गायब थे।
- दो तारीख को भी वह ड्यूटी पर नहीं गए थे।
- उनके घरवालों ने यह सूचना दी थी तो इसकी जानकारी पुलिस को थी।
- एसएसपी ने बताया कि उनके घरवालों ने सिपाही का शास्त्र भी पुलिस को सौंप दिया है।
- वह ड्यूटी में नहीं गए यह सब रजिस्टर में अंकित है।
- सोमवार को गोमती रिवर फ्रंट पर टहलने गए लोगों ने सिपाही का व उतराते देखा तो पुलिस को सूचना दी।
- एसएसपी ने बताया कि मृतक सिपाही की पहचान कर ली गई है।
- मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है।
- एसएसपी ने बताया कि यह भी हो सकता है कि सिपाही ने किसी कारण गोमती में कूदकर जान दी हो।
- हो सकता है उसकी हत्या की गई हो।
- लेकिन यह सब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल पायेगा।
सुरक्षा पर उठे सवाल
- गोमती रिवर फ्रंट के पास पुलिसकर्मियों दिन रात का जमघट लगा रहता है।
- ऐसे में सिपाही की हत्या करके शव को गोमती नदी में कौन फेंककर चला गया ये बड़ा सवाल है।
- हालांकि इस घटना ने एक बार फिर शहर की कानून-व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
- इससे पहले हजरतगंज इलाके में आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव सड़क किनारे मिला था।
- उनकी हत्या करके कौन फेंककर फरार हो गया इसका भी पुलिस ने अभी तक पता नहीं लगा पाया है।
#लखनऊ – आईजी जोन जय नारायण सिंह मौके पर पहुंचे, गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया शव, पुलिसकर्मी के शव की नही हो सकी पहचान! pic.twitter.com/iChwa4jd2e
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