उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बुधवार 12 जुलाई को मानसून सत्र की कार्यवाही के पहले नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की टेबल के नीचे विस्फोटक पदार्थ मिला था, जिसके बाद मामले की जांच मुख्यमंत्री के अनुरोध और विधानसभा अध्यक्ष के आदेश के बाद NIA को सौंपी गयी थी। NIA की एक टीम ने ATS की टीम के शनिवार को विधानसभा(mock drill) की सघन तलाशी ली थी।
आतंकी हमले पर सुरक्षा एजेंसियों की मॉक ड्रिल आज(mock drill):
- यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद मामले की जांच NIA को सौंपी गयी है।
- वहीँ उत्तर प्रदेश विधानसभा पर किसी भी आतंकी हमले के चलते रविवार 16 जुलाई को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है।
- यह मॉक ड्रिल सुरक्षा एजेंसियों की ओर से आयोजित की गयी है।
- जिसमें ATS कमांडो के साथ, STF, यूपी पुलिस और फायर ब्रिगेड शामिल होंगी।
राष्ट्रपति चुनाव की रिहर्सल के बाद आयोजित होगी मॉक ड्रिल(mock drill):
- यूपी विधानसभा पर किसी भी आतंकी हमले से निपटने के लिए रविवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है।
- यह ड्रिल विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव की रिहर्सल के बाद आयोजित की जाएगी।
- गौरतलब है कि, देश में नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव सोमवार 17 जुलाई को होना है।
NIA-ATS ने ली थी सघन तलाशी(mock drill):
- बीते बुधवार को यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की टेबल के नीचे विस्फोटक पदार्थ PETN मिला था।
- जिसके बाद मामले की जांच NIA और UP ATS के पास है।
- इसी क्रम में शनिवार को NIA और UP ATS ने विधानसभा की सघन तलाशी ली थी।
- तलाशी के दौरान NIA और ATS को मैग्नीशियम मिला था।
विधानसभा की सुरक्षा इन 12 निर्देशों के आधार पर(mock drill):
- विधानभवन गेट पर सुरक्षा और कड़ी की जाएगी।
- ATS को औपचारिक रूप से अनुमति दी गई है।
- विधानसभा के सभी गेटों पर पीएसी की QRT ड्यूटी लगेगी
- बैगेज का स्कैनर लगाया जाएगा।
- विधायकों के केवल एक ही पास होंगे।
- विधायकों को केवल एक गाड़ी की पार्किंग होगी।
- विधान सभा में एटीएस को प्रवेश दिया जाएगा।
- सदन के हर कर्मी का वेरिफिकेशन होगा।
- पुरानी गाड़ियों के पास रद्द होंगे।
- 6 संवेदनशील स्थानों पर होल बॉडी स्कैनर लगाया जायेगा।
- पुलिस और विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जायेगा।
- विधायकों के साथ उसी व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा जिसका पास बना होगा।
आईबी ने NSA को सौंपी असेंबली की रिपोर्ट(mock drill):
- यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद NSA ने आईबी को तलब किया था।
- जिसके बाद आईबी ने मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
- IB की रिपोर्ट में विधानसभा के मार्शल, स्टाफ और विधायकों पर शक की बात कही गयी है।
बिना मिलीभगत के साथ नहीं जा सकता विस्फोटक(mock drill):
- विधानसभा में PETN मिलने के मामले की रिपोर्ट IB ने NSA को सौंप दी है।
- रिपोर्ट में किसी अंदरूनी व्यक्ति के आतंकियों के साथ मिले होने की सम्भावना जताई जा रही है।
- IB के अनुसार, बिना किसी मिलीभगत के विस्फोटक को अन्दर नहीं पहुँचाया जा सकता है।
- साथ ही रिपोर्ट में आतंकवादी संगठन से भी मिलीभगत होने का शक किया था।
आईबी ने जताई रिपोर्ट में अपनी आशंका(mock drill):
- विधानसभा में विस्फोटक मामले में IB अपनी NSA को सौंप चुकी है।
- रिपोर्ट में आईबी ने दो आशंकाएं जताई हैं।
- आईबी के अनुसार, यह कोशिश सरकार को बदनाम करने की हो सकती है।
- साथ ही आईबी यह भी मानती है कि, यह विस्फोट से पहले का ट्रायल भी हो सकता है।
कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक(mock drill):
- विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
- मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं।
- लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
- वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
- इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
- विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था।
- जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
- ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं।
- 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था।
- ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है।
- ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है।
- वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती है।
- ऐसे में सुरक्षा में हुई इस चूक की जवाबदेही किसकी होगी?
ये भी पढ़ें: राजधानी में डेंगू के 40, चिकनगुनिया के 50 नए मरीज!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें