उत्तर प्रदेश की विधानसभा (up assembly) में बीते 12 जुलाई को विस्फोटक पदार्थ मिला था, जिसके बाद आतंकी हमले की साजिश के चलते यूपी विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुरोध के बाद यूपी विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने मामले की जाँच NIA से कराने के आदेश दिए थे. इस पर अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने भी प्रतिक्रिया दी है.
वहीँ इस मामले पर अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि शायद अब उन्हें और अधिक सुरक्षा मिले. इसके अतिरिक्त अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार के बजट पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि योगी सरकार के बजट से विकास ही गायब है. उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी योजनाओं के साथ भेदभाव किया.
वहीँ विस्फोटक पाए जाने को लेकर पहले भी सवाल उठे थे.
कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक:
- विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं.
- मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं.
- लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
- वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है.
- इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
- विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था.
- जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
- ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं.
- 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था.
- ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है.
- ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है.
- वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती