उत्तर प्रदेश की विधानसभा (up assembly) में बीते 12 जुलाई को विस्फोटक पदार्थ मिला था, जिसके बाद आतंकी हमले की साजिश के चलते यूपी विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुरोध के बाद यूपी विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने मामले की जाँच NIA से कराने के आदेश दिए थे.
- वहीँ इस मुद्दे पर आज पूरा विपक्ष लामबंद दिखाई दिया.
- विपक्ष ने आरोप लगाया कि इतने गंभीर मुद्दे पर योगी सरकार सदन में बहस क्यों नही हो रही है.
- विधान सभा में नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि विस्फोटक रखे जाने पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है.
- विधान सभा में इतने गम्भीर मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए.
- वहीँ सीएम विधान सभा की कार्यवाई में शामिल हुए.
- विपक्ष ने सदन में विस्फोटक पदार्थ पाए जाने का मुद्दा उठाया है.
- काँग्रेस के विधायक सदन के वेल में प्रदर्शन करने लगे.
- सपा ने भी सदन में कहा कि मामला सदस्यों की सुरक्षा से जुड़ा है.
- बसपा के लालजी वर्मा ने सदन में कहा कि इसपर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.
- कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने विधान सभा में विस्फोटक रखे जाने की घटना पर चर्चा की मांग उठाई है.
कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक:
- विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं.
- मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं.
- लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
- वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है.
- इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
- विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था.
- जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
- ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं.
- 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था.
- ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है.
- ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है.
- वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती है.
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