बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो और राज्यसभा सांसद मायावती ने मंगलवार 18 जुलाई को अपने सांसद पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. गौरतलब है कि, मानसून सत्र की राज्यसभा सदन की कार्यवाही में उन्हें न बोलने दिए जाने की बात कहकर सदन से वॉक आउट किया था.

जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया था. इस्तीफ़ा दिए जाने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था. बीएसपी सुप्रीमो मायावती का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है. राज्यसभा में बोलने न देने पर इस्तीफा दिया था.

मायावती ने दिया था इस्तीफा:

  • सभापति को लिखित में इस्तीफे की चिट्ठी दी.
  • सदन में मुझे बोलने नहीं दिया गया.
  • शोर शराबे के बीच बात रखने की कोशिश की.
  • बीजेपी की मानसिकता जातिवादी रही है .
  • सभापति ने घंटी बजाकर मुझे ही चुप करा दिया.
  • शोर रोकने के बजाए मुझे ही चुप करा दिया.
  • मुझे अपनी बात कहने से रोका गया.
  • सहारनपुर कांड पर मुझे बोलने नहीं दिया गया.
  • दलित समाज पर उत्पीड़न की बात नहीं कहने दी.
  • मुझे दुख के साथ इस्तीफा देने का फैसला लेना पड़ा.
  • दलितों के हित के लिए पूरी जिंदगी समर्पित की है.

बीजेपी पर बोला था हमला:

  • बीजेपी सरकार में दलितों, गरीबों का उत्पीड़न बढ़ा है.
  • माया ने सहारनपुर का मुद्दा राज्यसभा में उठाया.
  • सहारनपुर की घटना सोची समझी साजिश का नतीजा थी.
  • सहारनपुर में एक दलित को फंसाया गया है.
  • दलितों को जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई.
  • मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला.
  • यूपी में दलितों पर अत्याचार हो रहा है.
  • कांग्रेस ने भी राज्यसभा से वॉकआउट किया है.
  • कांग्रेस ने भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला.
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