कहीं आप नकली दवाएं तो नहीं सेवन कर रहे हैं? यह सुनकर आप को अचम्भा जरूर हुआ होगा लेकिन ये सच भी हो सकता है। क्योंकि देश की 66 दवा कंपनियां दो साल से (indian market) बाजार में नकली और निम्न स्तर की दवाओं की आपूर्ति कर रहीं हैं। इसका पर्दाफाश नेशनल ड्रग सर्वे की रिपोर्ट में हुआ है। इधर, इस खुलासे के बाद केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
झोलाछाप और डिग्रीधारी डॉक्टर ने दी बच्चे को मौत!
चार राज्यों के कराया गया सर्वे
- जनवरी 2015 में स्वास्थ्य मंत्रलय ने मिलावटी व नकली दवाओं के बढ़ते कारोबार पर रोक लगाने के लिए दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत चार शहरों में सर्वे कराया था।
- इस दौरान कई कंपनियों के सैंपल लिये गए।
- प्रयोगशाला में जांच के दौरान दवाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
अब्दुल हामिद: शहादत दिवस को यादगार बनाएगी सेना!
इन कंपनियों के सैंपल मिले खराब
- नकली दवाएं बेचने का आरोप जिन कंपनियों पर लगा है उनमें सिपला, यूनिक्योर इंडिया, हैलेवुड लैबोरेट्री, जैकसन लैब, जिम लैबोरेट्री, एकमे डायट केयर, विंटोचैम फॉर्मास्यूटिकल, मर्करी लैबोरेट्री, ओम बॉयोमैडिक पीफीजर लिमिटेड, इंडीकैमी हेल्थ, उत्तर प्रदेश ड्रग, जीडस हेल्थकेयर, सुपर फॉमरूलेशन समेत कई कंपनियां हैं।
- इन (indian market) कंपनियों के सैंपल खराब पाए गए।
आदमखोर तेंदुए ने 7 वर्षीय मासूम को बनाया निवाला!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें