पूरे देश में आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारत मां के वीर सपूतों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इसी क्रम में 18वें कारगिल विजय दिवस पर राजधानी लखनऊ के बिजनौर रोड सरोजिनी नगर स्थित स्काई पब्लिक स्कूल (sky public school) द्वारा भव्य परेड का आयोजन किया गया।
कारगिल युद्धवीरों को ‘पुष्पचक्र’ अर्पित कर दी गई श्रद्धांजलि!
- आयोजन में छात्र-छात्रओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
- यह परेड स्कूटर्स इंडिया से उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल तक हुई।
- परेड का स्वागत करने को सैनिक स्कूल के हेड मास्टर कर्नल विजय राणा स्वयं उपस्थित थे।
- आयोजन स्कूल की प्रधानाचार्या हेमलता तिवारी की अगुवाई में हुआ।
- स्कूल की शिक्षकाएं सीमा सिंह, आरती गुप्ता, सृष्टि राय, ज्योति बघेल, शिवानी श्रीवास्तव, शशांक शेखर सहित कई लोगों ने इस परेड में अहम रोल निभाया।
- परेड में स्कूली बच्चों ने मशाल, पोस्टर और नारो से शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
- इस अवसर पर कर्नल राणा ने बच्चों को यह भी बताया कि कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने किस तरह अपने (sky public school) साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानियों के छक्के छुड़ाए और जीत हासिल की थी।
रक्तदान कर दी गई कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि!
60 दिनों के बाद लहराई थी विजय पताका
- गौरतलब है कि वर्ष 1999 का वह ऐतिहासिक दिन जब हमारे भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों ने लगातार 60 दिनों की लड़ाई के बाद लद्दाख क्षेत्र से लेकर हिमालय तक अत्यन्त दुर्गम व जोखिम तथा ग्लेशियर से भरे गगनचुंबी चोटियों पर स्थित चैकियों पर सफलता पूर्वक फतेह हासिल की थी।
- कारगिल युद्ध के इस ऐतिहासिक एवं शानदार विजय के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को पूरे देश में ‘कारगिल विजय दिवस’ समारोहपूर्वक मनाया जाता है।
- महिलाओं का आजादी की लड़ाई में योगदान!
- भारतीय थल सेना एवं वायु सेना द्वारा चलाये गये आॅपरेशन विजय के तहत पाकिस्तानी सेना एवं आतंकियो/घुसपैठियों को भारतीय क्षेत्र से निकाल फेंका गया था।
- अपनी उच्च सैन्य परंपराओं का निर्वहन करते हुए भारतीय सेना सदैव अपनी मातृभूमि की रक्षा में तत्पर रही है।
- इसकी मिसाल भारतीय थल सेना तथा वायु सेना ने विपरीत परिस्थितियों में अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध में विजय पताका फहराकर दिया।
वीडियो: मुजफ्फरनगर में पुलिस और बदमाशों के बीच live मुठभेड़!
527 जाबांज सैनिक हुए थे शहीद
- इस युद्ध में 527 जाबांज सैनिक शहीद हो गये वहीं 1363 सैनिक घायल हुए।
- इस युद्ध में लखनऊ जिले के सपूतों- शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय तथा शहीद मेजर विवेक गुप्ता ने अपनी वीरतापूर्ण कारनामों से न केवल सेना को बल्कि देश को गौरवान्वित किया।
- इस युद्ध में अप्रतिम शौर्य एवं वीरता का परिचय देने के लिए शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय को राष्ट्र का सर्वोच्च वीरता पदक ‘परम वीर चक्र’ से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
#KargilVijayDiwas 18वें कारगिल विजय दिवस पर 26 जुलाई को बिजनौर रोड सरोजिनी नगर स्थित स्काई पब्लिक स्कूल द्वारा भव्य परेड का किया गया आयोजन! pic.twitter.com/cXYMbw3SD5
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 26, 2017
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें