पश्चिम बंगाल के अलिपुरद्वार जिले में भूटान सीमा के नजदीक रविवार को अलग गोरखालैंड राज्य की मांग कर रहे कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
‘ग्लोबल रैली फॉर गोरखालैंड’-
- गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) नेतृत्व के अनुसार, गोरखालैंड आंदोलन के समर्थन में पूरी दुनिया में गोरखा समुदाय द्वारा ‘ग्लोबल रैली फॉर गोरखालैंड’ मनाया जा रहा है।
- जिसके तहत जयगांव में निकाली गई रैली को पुलिस ने रोक दिया।
- जिसके बाद गोरखालैंड कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई।
- जीजेएम सहायक महासचिव बिनय तमांग के मुताबिक़ कार्यकर्ताओं को ‘ग्लोबल रैली फॉर गोरखालैंड’ दिवस पर जयगांव में रैली निकालने से रोका गया।
- उन्होंने कहा कि अब हमें प्रशासन दबा नहीं पाएगी, पूरी दुनिया के गोरखा हमारे साथ हैं।
- बता दें कि आंदोलन के समर्थन में पूरे दिन ग्लोबल रैली फॉर गोरखालैंड मनाया गया।
- बिनय तमांग ने बताया कि इंग्लैंड सहित यूरोप के विभिन्न हिस्सों में, आस्ट्रेलिया, थाईलैंड और भारत के करीब सभी बड़े शहरों में रैलियां निकाली गई।
केंद्र सरकार ‘मूक दर्शक’-
- जीजेएम नेतृत्व ने केंद्र सरकार पर ‘मूक दर्शक’ बने रहने का आरोप लगाया।
- जीजेएम नेतृत्व ने चेतावनी दी थी कि अगर 10 दिन में हल नहीं निकाला तो आंदोलन और तेज हो जायेंगे।
- तमांग ने कहा कि हमने केंद्र को ठोस कदम उठाने के लिए 10 दिन की मोहलत देने का फैसला किया।
- अगर वे इसके बाद भी मूकदर्शक बने रहे तो आठ अगस्त के बाद आंदोलन तेज होगा।
- और इसे तराई और दुआर इलाकों में भी ले जाएंगे।
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