उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और पूर्व एमएलसी बुक्कल नवाब(bukkal nawab) ने बीते शनिवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था, जिसके बाद सोमवार को पूर्व एमएलसी बुक्कल नवाब ने अन्य दो लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी।
भाजपा में गए बुक्कल नवाब को 6.94 करोड़ का रिकवरी नोटिस(bukkal nawab):
- पूर्व एमएलसी बुक्कल नवाब सोमवार को भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
- जिसके लिए बुक्कल नवाब ने सपा की सदस्यता और एमएलसी पद दोनों इस्तीफ़ा दिया था।
- वहीँ नए-नवेले भाजपा में आये बुक्कल नवाब को कुल 6.94 करोड़ का रिकवरी नोटिस भेजा गया है।
- यह नोटिस पूर्व एमएलसी को जियामऊ में गलत तरीके से मुआवजा लेने के मामले में दिया गया है।
हुसैनाबाद में गलत तरीके से बनी है बिल्डिंग(bukkal nawab):
- सोमवार को भाजपा में शामिल हुए बुक्कल नवाब को 6.94 करोड़ का रिकवरी नोटिस मिल चुका है।
- वहीँ बुक्कल नवाब की हुसैनाबाद हेरिटेज जोन में गलत तरीके से बनी बिल्डिंग भी मौजूद है।
- गौरतलब है कि, लखनऊ विकास प्राधिकरण बुक्कल नवाब की बिल्डिंग गिराने का पहले ही नोटिस दे चुका है।
क्या भाजपा में शामिल होने के बाद जांच से बच जायेंगे बुक्कल नवाब(bukkal nawab):
- भाजपा के नए-नवेले सदस्य बुक्कल नवाब पर 6.94 करोड़ के जुर्माने का नोटिस,
- साथ ही हुसैनबाद में अवैध बिल्डिंग के लिए पहले ही नोटिस जारी हो चुका है।
- जिसके बाद कई लोगों द्वारा यह अटकलें लगायी जा रही हैं कि, बुक्कल नवाब जांच से बचने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं।
- बुक्कल नवाब ने भाजपा में शामिल होने से पहले एमएलसी पद से इस्तीफ़ा दिया था।
- जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि, सरकार के दोनों उप-मुख्यमंत्रियों को उन खाली सीटों से लड़ाया जा सकता है।
- वहीँ बुक्कल नवाब पहले से ही भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे हैं।
- ऐसे में सुशासन का वादा करने वाली सरकार बुक्कल नवाब को जांच से बचाएगी?
- सूत्रों की मानें तो बुक्कल नवाब जांच से बचने के लिए ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
- हालाँकि. अमित शाह ने कहा था कि, बागी विधायक किसी भी रिटर्न गिफ्ट की उम्मीद न रखें।
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