मथुरा के जवाहर बाग में हुई हिंसा के बाद अब रोज नए-नए खुलासे हो रहें हैं। जवाहर बाग में हुई हिंसा की घटना के बाद अब अफवाहों का बाजार गर्म है। प्रशासन और पुलिस की तरफ से हिंसा से मुख्य आरोपी रामवृक्ष को मृत घोषित किये जाने के बीच उसके कई समर्थकों का मानना है कि वह अभी भी जिंदा है, इन लोगों का कहना है कि इन्होंने रामवृक्ष को भागते हुए देखा था।

वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि जवाहर बाग में जारी पुलिस के सर्च ऑपरेशन से रॉकेट लॉन्चर बरामद हुआ है, और इस संबंध में पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है।

बताया गया कि इस रॉकेट लॉन्चर पर मेड इन यूएसए लिखा है और इस पर एक नंबर jeffersonoh1044047 भी लिखा है जो इसके अमेरिका में बने होने का सबूत है।

लॉन्चर के बरामद होने के बाद बी.डी.एस. टीम के प्रभारी राम पाल सिंह ने विस्फोटक अधिनियम की धारा 3/5 में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया था।

जवाहर बाग में अमेरिकी रॉकेट लॉन्चर की खबर से प्रशासनिक अमला हरकत में आया, और इसकी जांच कराई गई।

मथुरा डीएम निखिल चन्द्र शुक्ला ने रॉकेट लांचर मिलने की खबर को अफवाह बताया, उन्होंने कहा कि जवाहर बाग से कोई भी रॉकेट लॉन्चर नहीं मिला है।

डीएम निखिल चन्द्र शुक्ला ने बताया कि जिस हथियार को रॉकेट लॉचर समझा जा रहा है असल में वह एक पुरानी बन्दूक हैं। रॉकेट लॉचर होने की बात महज अफवाह है।

मुख्यमंत्री ने दिये न्यायिक जांच के आदेश

इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच कराने के आदेश दिए थें।

मुख्यमंत्री के आदेश के क्रम में राज्य सरकार ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मिर्जा इम्तियाज मुर्तजा की अध्यक्षता में एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है।

रामवृक्ष ने लीज पर मांगी थी जमीन
वहीं मथुरा हिंसा के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं।

कहा जा रहा है कि अगर अगले दो महीने तक रामवृक्ष के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं की जाती तो उसकी संस्था को जवाहरबाग की 280 एकड़ जमीन कौड़ियों के भाव 99 साल के लिए लीज पर मिलने वाली थी।

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