वरुण गांधी की राजनीतिक गतिविधियों पर बीजेपी पैनी नजर रख रही है। वरुण गांधी को बीजेपी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र सुल्तानपुर तक ही राजनीतिक गतिविधियाँ सीमित रखने की सख्त हिदायत दी थी। इसके बावजूद वरुण गांधी इलाहाबाद चले गए।
बीजेपी ने सुल्तानपुर से बाहर जाने से पहले इजाजत लेने की बात कहते हुए सख्त चेतावनी दी है कि इसके पहले भी बिना अनुमति के वो अपने चुनावी क्षेत्र के बाहर जा चुके हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी उस वाकये के बाद से खासी नाराज है जब एक पोस्टर में स्मृति ईरानी को बीमार जबकि वरुण गांधी को ज्यादा लोकप्रिय हो रहे नेता के तौर पर पेश किया गया था।
वरुण गांधी अपने चुनावी क्षेत्र के बाहर रैली और सभाएं करके खुद को मुख़्यमंत्री के दावेदार के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि अभी तक पार्टी आलाकमान ने यूपी चुनावों के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं है। अगले कुछ दिनों में इलाहाबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है जिसमें उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक तय की जाएगी।
वरुण गांधी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और उत्तर प्रदेश में पार्टी के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में वो उभर कर सामने आये हैं। हालांकि उनके नाम के साथ जुड़े गांधी और कांग्रेस के आलाकमान के साथ उनके रिश्तों के बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं को गांधी शब्द खटकता रहता है और कई मौकों पर देखने को मिला है कि वरुण और बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।