स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड का गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। वह चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं।
मजबूत होंगे भारत-स्विट्जरलैंड के संबंध-
- स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड अपने चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं।
- इस दौरान उनके साथ सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी है।
- राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिउथर्ड का स्वागत किया।
- लिउथर्ड ने स्वागत समारोह के बाद कहा, उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत-स्विट्जरलैंड के संबंध मजबूत होंगे।
- उन्होंने कहा, व्यापार को लेकर लंबित पड़ी परियोजनाएं पूरी होंगी।
- आगे उन्होंने कहा, हम नया निवेश सुरक्षा समझौता करने की कोशिश करेंगे।
- उन्होंने बताया स्विट्जरलैंड विश्व के सबसे नवाचार देशों में से एक है।
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड का स्वागत किया।
- उन्होंने लिखा, ‘लोकतंत्र के साझा मूल्यों पर आधारित दोस्ती।’
भारत और स्विट्जरलैंड के बीच है खास रिश्ता-
- स्विट्जरलैंड, भारत का सातवां सबसे बड़ा कारोबारी देश है।
- मर्चेडाइज, बुलियन, आईटी सेवाओं और सॉफ्टवेयर निर्यात सहित दोनों देशों का कुल व्यापार 2016-17 में 18.2 अरब डॉलर रहा।
- स्विट्जरलैंड ने अप्रैल 2000 से सितंबर 2016 के बीच भारत में लगभग 3.57 अरब डॉलर का निवेश किया।
- इस तरह यह 11वां सबसे बड़ा निवेशक देश बन गया।
- 2013-14 और 2015-16 के बीच लगभग 100 भारतीय कंपनियों ने स्विट्जरलैंड में लगभग 1.42 अरब डॉलर का निवेश किया है।
- टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा सहित प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के स्विट्जरलैंड में कार्यालय हैं।
जून 2016 में पीएम मोदी ने किया था स्विट्जरलैंड दौरा-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2016 में स्विट्जरलैंड का दौरा किया था।
- कई दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला स्विट्जरलैंड दौरा था।
- इस दौरे के दौरान स्विट्जरलैंड ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता को लेकर समर्थन जताया था।
- इस दौरान स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के कालेधन का मुद्दा भी उठा।
- स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपतियों ने इससे पहले 1998, 2003 और 2007 में भारत का दौरा किया था।
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