Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें

Exclusive: सपा प्रवक्ता जूही सिंह से खास बातचीत

उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद बीजेपी ने सत्ता संभाली। सूबे में इसके पूर्व समाजवादी पार्टी की सरकार थी. योगी सरकार के कार्यकाल के 6 महीने पूरे होने पर उनके द्वारा किये गए कार्यों और पिछली सरकार की योजनाओं की जाँच से लेकर नाम बदलने तक पर समाजवादी पार्टी ने कई बार हमला बोला है। इन्हीं तमाम मुद्दों पर सोशल वर्कर और समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने uttarpradesh.org से खास बातचीत (juhi singh interview) की।

सवाल : आप किन चीजों से सोशल वर्क के लिए प्रेरित हुईं ?
जवाब : राजनीति में आने के पहले पत्रकारिता के क्षेत्र में रहते हुए मैं ये कार्य करती थी। हमेशा से मैंने सामाजिक हक़ के लिए लड़ाई लड़ी थी जो राजनीति में आने के बाद से जारी है।
सवाल : एसिड अटैक पीडिताओं की मदद भी की आपने ?
जवाब : एसिड अटैक विक्टिम की मदद करना हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष की पहल थी। इसके लिए रानी लक्ष्मीबाई कोष भी बनाया गया जिसमें पहला डोनेशन सांसद कन्नौज डिंपल यादव ने दिया था।आज भी वो जगह लोगो के बैठने की है जहाँ उन महिलाओं से सभी को प्रेरणा मिलती है।
सवाल : महिला होने के नाते आये दिन हो रहे रेप के मामलों पर आपका क्या कहना है ?
जवाब : रेप की घटनाओं के साथ समाज में संवेदनशीलता भी बढ़ती जा रही है। पिछली सरकार में ऐसी घटना का जानकारी मिलते ही त्वरित रूप से कार्यवाई हो जाती थी। मुझे लगता है कि महिलाओं और बच्चों के मुद्दों से सरकार का ध्यान हट गया है। फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाये जाने की बात हुई थी जो अभी तक नहीं बने हैं। DIAL 100 का भी ठीक से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
सवाल : क्या योगी सरकार की योजना एंटी रोमियो दल सही मायनों में कामयाब हो पाया है ?
जवाब : किसी भी योजना को चलाने के लिए मानक की जरुरत होती है जिस पर काम करना होता है। मगर अधिकारीयों द्वारा ऐसे आंकड़े न दिए जाने के कारण बेवजह लोगो को परेशान किया जाता है। बिना वजह लोगो को परेशान करने के साथ वसूली की खबरें आ रही हैं। सरकार को कोई भी योजना लाने से पहले उसका अध्ययन कर लेना चाहिए कि जमीनी स्तर पर वो कैसी काम करेगी।
सवाल : समाजवादी पार्टी यूपी चुनाव में मिली हार के बाद खुद को बूथ लेवल पर मजबूत करने के लिए क्या कर रही है?
जवाब : समाजवादी पार्टी लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में लगी हुई है। समाजवादी पार्टी की विचारधारा पर चलते हुए हमारी उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाते हैं। उनके मुद्दों को उठाते हुए संघर्ष भी करते हैं जिससे जनता तक हमारी बात पहुंचे। जनता को बताएं कि हमने क्या किया और उनकी शिकायतें सरकार तक पहुंचाने का कम करें।
सवाल : समाजवादी सरकार की कई योजनाओं के नाम से समाजवादी शब्द हटाकर मुख्यमंत्री योजना के नाम से जारी रखा गया.. क्या इसे बीजेपी की द्वेषपूर्ण नीति कहेंगी आप?
जवाब : ये अब सरकार का अपना फैसला है। हमारी सरकार की एक बहुत अच्छी योजना समाजवादी पेंशन योजना थी जिसकी सुप्रीम कोर्ट ने भी तारीफ की थी। इसका इस्तेमाल महिलायें अपने जीवन यापन में करती थी जिसे बंद कर दिया गया। आपने कहा था लैपटॉप देंगे, जिसका नामोनिशान नहीं दिख रहा है। सरकार को अपनी योजनाओं को लागू करने के पहले खुद विश्लेषण कर लेना चाहिए।
सवाल : रिवर फ्रंट में घोटाले की बात सामने आई थी, इंजिनियर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ… क्या सपा सरकार इस गड़बड़ी से अनजान थी ?
जवाब : जाँच तो कई और कामों में की जा रही है। मगर जाँच को सियासत के रूप में करना गलत है। हमने केंद्र सरकार को कई मामलों में पत्र लिखे मगर कोई कम नहीं हुआ। बिजली को लेकर कहा गया कि हम लोग बिजली नहीं खरीद रहें हैं तो अभी क्यों नहीं खरीदी जा रही है। ऐसे कई प्रशन हैं मगर हमारी सियासत मुद्दों पर होती है।
सवाल : बिजली को लेकर सरकार कई तरह के दावे कर रही है, तो क्या सही मायनों में बिजली मिल रही है ?
जवाब : हमारी सरकार की शुरुआत से ही उत्तर प्रदेश में सुनियोजित ढंग से बिजली पहुंचाने की कोशिश की गयी। गाँवों में भी बिजली बराबर आ रही थी। मगर बिजली को भी धार्मिक रंग दिया जाने लगा, इसे होली रमजान बना दिया गया। इस सरकार ने भी 24 घंटों में ट्रांसफोर्मर बदलवाए जाने की बात कही मगर ऐसा नहीं दिख रहा है।
सवाल : लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन के वक्त अधिकारों की जंग सपा और भाजपा में दिखी थी.. अखिलेश यादव ने इसको लेकर कई ट्वीट किये थे ?
जवाब : मेट्रो उत्तर प्रदेश का सपना था जिसे हमने 2 साल तक केंद्र सरकार से मदद न मिलने के बाद भी पूरा किया। हमारे काफी कम कर लेने के बाद केंद्र सरकार से पैसा आया। मगर उद्घाटन के समय अगर मुख्यमंत्री हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम लेते तो सभी सपा कार्यकर्ताओं को अच्छा लगता।
सवाल : मेट्रो खराब होने को लेकर अखिलेश यादव ने काफी तंज वाले ट्वीट किये थे, उसे लेकर क्या कहना है ?
जवाब : अखिलेश जी के ट्वीट सम्मानजनक होते हैं। घटिया भाषा का इस्तेमाल समाजवादी पार्टी नहीं करती है। ऐसी भाषा कई अन्य पार्टियाँ भी कहती है जिसका असत्य बोलने का कोई स्तर नहीं रह जाता है।
सवाल : चुनाव के पहले पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी… क्या ये दूरी अब पूरी तरह मिट चुकी है ?
जवाब : राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो चुका है और नेताजी के आशीर्वाद से सभी कार्यरत अपना काम कर रहे हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष परिपक्व हैं जिनका फैसला सभी के लिए मान्य होगा।
सवाल : क्या अखिलेश यादव शिवपाल यादव को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देंगे?
जवाब : ये दोनों ही नेता मुझसे काफी सीनियर हैं तो मैं इस पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहूंगी।
सवाल : सपा के एक खेमे में मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष न बनाना उनका अपमान के रूप में देखा गया, खुद नेताजी भी इस बात को कह चुके हैं.. इसपर क्या कहना चाहेंगी ?
जवाब : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो गया है और अखिलेश यादव के साथ पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने में ध्यान दे रही है। किसने क्या कहा, ये सब बात तो हमेशा ही चलते रहेंगी।
सवाल : क्या डिंपल यादव अब कभी चुनाव नहीं लड़ेंगी ?
जवाब : इस पर फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद कन्नौज डिंपल यादव खुद ही करेंगी।
सवाल : मुहर्रम के वक्त कई जिलों में हिंसा की वारदात हुई, कानून व्यवस्था को लेकर आपका क्या कहना है ?
जवाब : कानून व्यवस्था खराब है, बजरंग दल के गुंडे मवाली सड़क पर खुले घूम रहे हैं। सभी को पता था कि 2 त्यौहार साथ आने वालें है फिर भी सरकार संजीदा नहीं हुई। दूत बनकर मुख्यमंत्री केरल चले गए। ये कैसा विभाजन हुआ कि मेरा जुर्म कुछ नहीं और दूसरे का जुर्म सब कुछ। आप शांति दूत बाद में बने पहले उत्तर प्रदेश क संभाल लें।
सवाल : BHU में लाठीचार्ज को आप किस रूप में देखती हैं ?
जवाब : यहाँ के वीसी अहंकारी है जिस पर कोई एक्शन नहीं हुआ। लड़कियों ने छेड़खानी के खिलाफ सिर्फ आवाज उठायी थी तो ऐसा हुआ। जब पीएम ने कहा तब जाकर आपने कुछ किया मगर ऐसे इंसान को हटा देना चाहिए। जो भी आवाज उठाता है वो लाठी खायेगा, ऐसा खुद सीएम योगी ख चुके हैं।
सवाल : गोरखपुर में बच्चों की मौतों में सरकार ऑक्सीजन की कमी से मौतों की बात को नकार रही थी? सपा ने भी इसे मुद्दा बनाया था?
जवाब : हमने हमेशा से कहा कि इसकी जाँच कराई जानी चाहिए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पता था कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हो सकती है मगर प्रेस कांफ्रेंस में सिर्फ निष्पक्ष जाँच की बात कही थी। प्रमुख सचिव चिकित्सा को ट्रांसफर करने से कुछ नहीं होगा आपको इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
सवाल : मदरसों में राष्ट्रगान और उसकी वीडियोग्राफी कराने के योगी सरकार के फैसले को किस नजर से देखती हैं ?
जवाब : राष्ट्रगान गाना सभी के गौरव की बात है। मगर सिर्फ मदरसों की वीडियोग्राफी क्यों होगी अन्य जगह की क्यों नहीं, इसका जवाब तो अल्पसंख्यक मंत्री ही बता सकेंगे। राष्ट्रगान सभी को गाना चाहिए। हमारे समय में भी न गाने की घटनाएँ हुई थी जिन पर मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर इस पर सियासत करना गलत होगा।
सवाल : योगी सरकार के 6 महीने के कार्यकाल को आप किस रूप में देखती हैं ?
जवाब : सरकार को तो 0 मिलेगा क्योंकि अब तक सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हुई हैं। नयी योजनायें आयी नहीं हैं। गोमती में गिरने वाले कितने नाले बंद हो चुके हैं। ये सब झूठ की पराकाष्ठ हो चुकी है।
सवाल : बीजेपी सरकार के लिए कोई संदेश ?
जवाब : आपको विकास करने के लिए जनादेश मिला हुआ है। जाति-धर्म से उठकर विकास के काम करिए। समाजवादी पार्टी जनता के मुदों को हमेशा उठाने का काम करेगी।

Related posts

बांदा-नोटबंदी में जमा हुई 3 लाख रूपये की नकली करेंसी

kumar Rahul
7 years ago

वोटबैंक की राजनीति करने वाली सरकार को किसानों की परवाह नही- पीएम मोदी

Divyang Dixit
8 years ago

बांदा- मजदूर ने फांसी लगाकर की आत्महत्या की कोशिश

kumar Rahul
7 years ago
Exit mobile version