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बॉलीवुड के सदाबहार हीरो देव आनंद ने आज से ठीक 5 साल पहले इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. उन्होंने 100 से भी अधिक फिल्मों में काम किया था जिसमें ‘गाइड’, ‘हरे कृष्णा हरे राम’, ‘देस परदेस’, ‘ज्वेल थीफ़’ और ‘जॉनी मेरा नाम’ शामिल है. ये वो फिल्में है जिससे देव साहब ने हर दिल में अपनी जगह बना ली थी. अपने ज़माने के सबसे हैण्डसम एक्टर देव आनंद को सार्वजनिक रूप से काले रंग का सूट पहनने पर पाबंद था. ऐसा इसलिए क्योंकि काले कपडे में उन्हें देख कर महिलाएं दीवानी हो जाती थी.
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देव साहब के कुछ फेमस डायलाग जो आज भी लोगों को उनकी याद दिलाते है-
- “जॉनी बुरा काम तो करता है… लेकिन ईमानदारी के साथ” – जॉनी मेरा नाम (1970)
- “तुम्हारे लिए चंद बीच सकता हूं, लेकिन ईमान नहीं.” – जॉनी मेरा नाम (1970)
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- “लगता है आज हर इच्छा पूरी होगी, लेकिन मज़ा देखो… आज कोई इच्छा ही नहीं रही…” – गाइड (1965)
- “इंसान बड़ी चीज़ के लिए किसी भी वक़्त छोटी चीज़ को छोड़ सकता है.” – गाइड (1965)
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- “जुआ खेलने का एक पागलपन है और असली जुआ खेलने वाला खिलाड़ी होता है.” – गैम्बलर (1971)
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- “मोटर अमीरों की नौकरी होती है, टैक्सी गरीबों की अन्नदाता.” – टैक्सी ड्राईवर (1954)
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- “बेकरारी हद से बढ़ जाए उसे सदा कहते हैं और वादा करके देर से आने को अदा कहते है…” – देस परदेस (1978)
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- “जेल की दीवार को तोड़कर भाग जाना आसन है, लेकिन प्रेम और दोस्ती की दीवार को फांदना नामुमकिन है.”- ये गुलिस्तां हमारा (1972)
- “प्यार जब नफरत में बदल जाती है तो खतरनाक हो जाती है.” – ये गुलिस्तां हमारा (1972)
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- “जिंदगी के दो हिस्से होते हैं, एक सवाल दूसरा जवाब.” – फंटूस (1956)
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