कैंसर से थे पीड़ित :
मौत एक ऐसा सच है जिसे देर से सही मगर इंसान को मानना पड़ता है. मानव शरीर जितना ज्यादा सुख-सुविधाओं के लिए मेहनत करता है, बीमारी भी उतना ही उसे घेरने लगती हैं. बीमारी एक ऐसी चीज़ है जो इंसान को अंदर ही अंदर खा जाती है. दरअसल रात को कैंसर से झूझ रहे हिंदी भाषा के जाने-माने रचनाकार दूधनाथ सिंह का निधन हो गया. ये हम सभी भारतीयों के लिए बेहद दुःख की बात है. वो कई दिनों से एम्स में भर्ती थे. जीवन के अंतिम समय में वे अपने गृहनगर इलाहाबाद के एक अस्पताल में थी जहां उनका निधन हो गया.
मिल चुके हैं कई सम्मान :
हिंदी भाषा के महान लेखक दूधनाथ ने कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास सहित सभी विधाओं में लेखन कार्य किया है. जनता के बीच इनके लेख काफी पसंद भी किये जाते थे. अपने लेखन के बल पर इन्होने अपनी एक ख़ास पहचान बना ली थी. हिंदी भाषा में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सरकार ने भारतेंदु सम्मान, शरद जोशी स्मृति सम्मान, कथाक्रम सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया था. हिंदी के इतने बड़े कलाकार की मौत उनके परिवार ही नहीं, पूरे देश के लिए बड़ा सदमा है. किताब प्रेमियों के लिए ये बेहद दुख भरी खबर है. दूधनाथ जी की किताबों का शौक कई बड़े-बड़े अभिनेता और पॉलिटिशियन रखते थे.