शुक्रवार को रिलीज़ हो रही पिंक एक ऐसी फिल्म है जो हमें समाज के दोहरेपन की सच्चाई दिखाती है। यह फिल्म समाज के उन ठेकेदारों से सवाल पूछ रही है जो लड़कियों को पहनावे व बोल-चाल से सही व गलत मान लेते हैं|
क्या है कहानी :
- फिल्म पिंक आज के समाज और उसके दोगलेपन को आइना दिखाती है।
- यह फिल्म पूरी तरह से लड़कियों और उनके साथ हुए हादसों पर आधारित है।
- इसमें दिखाया है कि जब एक लड़की किसी हादसे का शिकार होती है तो किस तरह समाज का खिलौना बनती है।
- साथ ही इसमें समाज के उन ठेकेदारों को कटघरे में रखा गया है जो लड़कियों को उनके कपड़ो व बोल-चाल से आँकते हैं।
- यदि कोई लड़की छोटे कपड़े पहनती है या लड़कों से हंसकर बात करती है तो यह मतलब नहीं है कि वह चरित्रहीन है।
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- आपको बता दें कि यह फिल्म तीन कामकाजी लड़कियों की ज़िन्दगी पर आधारित है जिनके अपने-अपने दृष्टीकोण हैं।
- यदि आप इनके दृष्टीकोण से देखेंगे तो सोचने पर मजबूर हो जाएंगे हम किस तरह के समाज में जी रहे हैं।
- हम महिला सश्कितकरण की बात तो करते हैं लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाते।
- आखिर समाज में इस तरह का ये दोगलापन क्यों ?
- इसकी वजह से ही लड़कियों व लड़कों को अलग-अलग नज़रिए से देखा जाता है।
- आपको बता दें कि इस फिल्म में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी हैं जो एक वकील की भूमिका निभा रहे हैं।
- साथ ही मशहूर अभिनेता व लेखक पीयूष मिश्रा भी इस फिल्म में वकील बने हैं।
- अब देखना है कि यह फिल्म समाज की सोच में कुछ बदलाव लाने में सफल होती है या नहीं।
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