नवाजुद्दीन सिद्दीकी जो सआदत हसन मंटो की बायोपिक में लेखक और नाटककार का किरदार निभा रहे है. इस पोस्टर को देख कर एक पल के लिए आप नवाजुद्दीन को पहचान नहीं पाएंगे और फिर आप उनके जीवन से प्रमुख क्षणों का आनंद ले सकते हैं जो नंदिता दास द्वारा निर्देशित बायोपिक में नज़र आयेंगे.
कान्स में रिलीज़ किया फिल्म का फर्स्ट पोस्टर :
- नंदिता ने मीडिया और खरीदारों के लिए पहला पोस्टर देखने का प्रस्ताव दिया है.
- इस फिल्म के फर्स्ट पोस्टर को नंदिता दास ने कि कान्स फिल्म समारोह में में रिलीज़ किया है.
- फिल्म के फर्स्ट पोस्टर में नवाज़ ने अधिक गंभीरता दिखाई है.
- नवाजुद्दीन एक नयी पहचान के लिए अपना चेहरा उधार दिया है जो इस पोस्टर में देखा जा सकता है
- लेकिन यह उनकी प्रमुख आंखें हैं जो आपको आश्चर्यचकित करती है.
- पोस्टर पर फ़्लोटिंग सुलेख केवल नए रूप में तीव्रता जोड़ता है.
- पोस्टर को देखकर एक पुरानी डायरी के पन्नों की याद आ रही है.
- उस समय पेज नम और पीले रंग के हुआ करते थे.
- लेकिन जब आप शब्दों को देखते हैं, तो वे लगभग आपके लिए नया अर्थ रखते है.
- फिल्ममेकर्स ने पोस्टर शेयर किया और लिखा, “यदि आप इन कहानियों को सहन नहीं कर सकते हैं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि हम असहनीय समय में रहते है.
- निदेशक नंदिता दास ने भी अपने फेसबुक पेज पर कैमरे के पीछे के कुछ पलों को शेयर किया.
- एक बार फिर, नवाज़ आपको आश्चर्यचकित करने में असफल नहीं होंगे.
First look of #Manto, starring Nawazuddin Siddiqui and directed by Nandita Das, was launched at Cannes Film Festival… Poster: pic.twitter.com/1hBbaJpCgr
— taran adarsh (@taran_adarsh) May 23, 2017
- फिल्म में रसिका दुगल मंटो की पत्नी सफिया के किरदार में नज़र आएँगी.
- नंदिता ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब मैं महाविद्यालय में थी, तब मैंने पहली बार मंटो की कहानियों को पढ़ा था और इस बात से मोहित हुई कि कहानियां कितनी सच्ची और खास थी.
- वे कितने समकालीन थे, मैं उनकी जिंदगी और उनके काम पर एक फिल्म बनाना चाहती थी.
- उनका मानना था कि सत्य बोलने के लिए साहस होना महत्वपूर्ण था.
- अपने लेखन में, उन्होंने मुक्त भाषण और महिलाओं के मुद्दों को संबोधित किया.
- वह एक नारीवादी भी थे नंदिता ने हॉलीवुड रिपोर्टर को बताया कि वह जो भी कहते हैं वह बहुत समकालीन है और आज के मुद्दों का समाधान करता है