अभिनेत्री रवीना टंडन को फिल्म ‘मातृ‘ में उनके प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के दादा साहब फाल्के अकादमी क्रिटिक्स अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. आलोचकों और दर्शकों ने ‘मातृ’ को सबसे प्रभावशाली और ईमानदार फिल्म में से एक माना है. यह पुरस्कार समारोह आज मुंबई में होगा.
फिल्म की कहानी पर एक झलक :
- अश्तर सय्यद द्वारा निर्देशित ‘मातृ- द मदर’ जो ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ फेम के अभिनेता मधुर मित्तल को प्रतिपक्ष के रूप में पेश करता है.
- फिल्म महिलाओं के न्याय पर चर्चा करती है, जो हिंसा और बलात्कार के शिकार है.
- फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार है कि मां और बेटी स्कूल के फंक्शन से फ्री होकर घर की तरफ जाते है लेकिन रास्ते में कुछ लोग उनकी गाड़ी रोककर उनका अपहरण कर लेते है.
- अपूर्व मलिक और उनके साथी मिलकर उन दोनों के साथ गैंगरेप करते है.
- फिल्म में अपूर्व मिनिस्टर का बेटा होता है जिसके कारण पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करती है.
- पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न करने पर एक मां यानि विद्या चौहान जाग उठती है.
- अपने और बेटी के साथ हुए दुष्कर्म का बदला उन पांचो आरोपियों से एक एक करके लेती है.
- इस फिल्म में रवीना टंडन एक बार फिर दमदार अवतार में दिखाई दी है.
- जब एक मां जिद पर आती है तो दुष्टों का संहार निश्चित होता है.
- फिल्म में रवीना टंडन असल मायने में ‘माँ’ के किरदार को जीवंत कर दिया है
- वही फिल्म में मधुर मित्तल द्वारा निभाया गया नेगटिव किरदार भी काफी अच्छा था.
- पर पूरे फिल्म के दौरान रवीना टंडन आकर्षण का केंद्र बनी रहीं
- इस फिल्म का डायरेक्शन, डायलॉग्स कमाल के है और इस फिल्म के कई सीन्स ने दर्शकों को अपनी और आकर्षित किया.
- ‘मातृ- द मदर’ का नाम माइकल पेलिको द्वारा लिखा गया और अश्तर सैयद द्वारा निर्देशित किया गया है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें