वो मां-बाप मजबूर है आज अपने बच्चों से जिन्होंने उन्हें लाचार बना दिया है दर बदर भटकने के लिए मां-बाप ने अपने दो वक्त के निवाले का खाना भी अपने बच्चों को खिला देते थे, मां बच्चों को बर्तन माज कर उन्हें पढ़ाया करती थी, पैसे नहीं थे तो पापा गोद में लेकर उन्हें घुमाया करते थे । वो सोचते थे कि कि मेरे बच्चे बड़े होकर मुझे प्यार से रखेंगे मेरी सेवा करेंगे लेकिन उन्हीं बच्चों ने उन्हें फुटपाथ पर छोड़कर अपने बच्चों के साथ चले जाते हैं ।
आज सशक्त फाउंडेशन टीम द्वारा वृद्ध आश्रम सरोजिनी नगर लखनऊ में कार्यक्रम का आयोजन हुआ, एवं कार्यक्रम मे चादरों का वितरण, संगीत कार्यक्रम, धार्मिक कार्यक्रम कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ मीना यादव प्रधानाचार्य महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी लखनऊ, आरजे अमित बिग एफ एम, यशा रावत वर्मा समाज सेविका, एन टी प्रथमेश मिश्रा वैज्ञानिक, प्रिया यादव अध्यापिका उपस्थित होकर अपनी वेदना व्यक्त की। वृद्ध आश्रम के सदस्यों में पारुल एवं अंकित जी एवं एकता फाउंडेशन की टीम एवं मेधा फाउंडेशन की सुलेखा जी ने पूर्णरूप से कार्यक्रम को सफल बनाने में साथ दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन सशक्त फाउंडेशन की टीम द्वारा किया गया।
सशक्त फाउंडेशन उन बूढ़े मां बाप को सहारा देता है उन्हें वृद्धाश्रम तक पहुंचाता है एवं सुविधा दिलाता है उनके साथ समय व्यतीत करके उनके चेहरे पर मुस्कान लाता है।