अमरोहा जिले में विभिन्न स्थानों पर गौशालाएँ और वृहद गौसंरक्षण केंद्र ( Gaushala in Amroha ) स्थित हैं, जिनमें गोवंश के संरक्षण और देखभाल का कार्य किया जाता है। जिले में कुल 25 गौशालाएँ हैं, जिनमें कुल 5043 गोवंश हैं।
1. जिला और तहसील अनुसार गौशालाएँ [Gaushala in Amroha]
- अमरोहा जिले में स्थित गौशालाएँ निम्नलिखित तहसीलों में स्थित हैं:
- धनौरा (Dhanaura)
- गजरौला (Gajraula)
- हसनपुर (Hasanpur)
- गंगेश्वरी (Gangeshwari)
- अमरोहा (Amroha)
- नौगावां सादात (Naugawan Sadat)
- जोया (Joya)
- गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
2. प्रमुख गौशालाएँ और उनकी स्थिति Gaushala in Amroha
- अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- अमरोहा (शहरी क्षेत्र) – 160 गोवंश
- बच्छरायूं (धनौरा) – 58 गोवंश
- खाया माफी (जोया) – 108 गोवंश
- फरीदपुर इम्मा (नौगावां सादात) – 102 गोवंश
- डिंगरा (धनौरा) – 83 गोवंश
- फूलपुर बिजहलपुर (हसनपुर) – 147 गोवंश
- गुरेठा (गंगेश्वरी) – 120 गोवंश
- अलीपुर खादर (हसनपुर) – 70 गोवंश
- याहियापुर (नौगावां सादात) – 443 गोवंश
- चकूनी (हसनपुर) – 132 गोवंश
- मंगरौली (हसनपुर) – 63 गोवंश
- दधियाल (गंगेश्वरी) – 115 गोवंश
- काला खेड़ा (जोया) – 28 गोवंश
- चुचैला कलां (धनौरा) – 218 गोवंश
- कान्हा उपवन (Kanha Upvan) गौशालाएँ
- धनौरा कान्हा उपवन – 147 गोवंश
- गजरौला कान्हा उपवन – 222 गोवंश
- जोया कान्हा उपवन – 104 गोवंश
- हसनपुर कान्हा उपवन – 256 गोवंश
- वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- सांथलपुर (गंगेश्वरी) – 309 गोवंश
- ब्रह्माबाद (हसनपुर) – 224 गोवंश
- गुरेठा नंदी अभयारण्य (गंगेश्वरी) – 1488 गोवंश
- चंदन कोटा (गंगेश्वरी) – 200 गोवंश
- रहमापुर माफी (गजरौला) – 191 गोवंश
3. कुल आंकड़े
- कुल गौशालाएँ: 23
- कुल गोवंश की संख्या: 5043
- सबसे बड़ी गौशाला: गुरेठा नंदी अभयारण्य (1488 गोवंश)
- सबसे छोटी गौशाला: काला खेड़ा गौशाला (28 गोवंश)
4. अमरोहा की गौशालाओं [ Gaushala in Amroha ] में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक)
➤ अगस्त 2022 – सांथलपुर गौशाला में 61 गायों की मौत
- हसनपुर तहसील के सांथलपुर गौशाला में 61 गायों की अचानक मृत्यु हुई थी।
- घटना का कारण अस्वस्थ चारा और प्रबंधन की लापरवाही बताया गया।
- प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
- अगस्त 2022 में, अमरोहा के हसनपुर तहसील के सांथलपुर गाँव स्थित गौशाला में 61 गायों की मृत्यु हो गई थी, जबकि 100 से अधिक गायें गंभीर रूप से बीमार हो गई थीं। यह घटना हरा चारा खाने के बाद हुई, जिससे चारे की गुणवत्ता पर सवाल उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
➤ जनवरी 2023 – हसनपुर कान्हा उपवन में चारे की कमी
- हसनपुर कान्हा उपवन गौशाला में चारे की कमी को लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।
- प्रशासन ने जांच के बाद अतिरिक्त चारे की आपूर्ति की।
➤ मार्च 2023 – गजरौला गौशाला में 20 से अधिक गोवंश की मृत्यु
- बीमारी के कारण 20 से अधिक गायों की मृत्यु हो गई।
- पशु चिकित्सकों की टीम भेजी गई और बीमार गोवंश का इलाज किया गया।
➤ जुलाई 2023 – फरीदपुर इम्मा गौशाला में जलभराव की समस्या
- भारी बारिश के कारण गौशाला में जलभराव हो गया।
- प्रशासन ने जल निकासी की व्यवस्था कराई।
➤ अप्रैल 2024 – गुरेठा नंदी अभयारण्य गौशाला में बीमार गोवंश
तत्काल इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम भेजी गई।
50 से अधिक गोवंश बीमार पाए गए।
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
- गौशालाओं में चारे और पानी की बेहतर व्यवस्था।
- बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम की नियुक्ति।
- स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी।
- गुरेठा और सांथलपुर जैसी बड़ी गौशालाओं में अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की गईं।
अमरोहा जिले की गौशालाओं में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के मामले भी सामने आए हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
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