अयोध्या जिले में गौशालाएँ और वृहद गौसंरक्षण केंद्र [ Gaushala in Ayodhya ] स्थित हैं, जिनमें गोवंश के संरक्षण और देखभाल का कार्य किया जाता है। जिले में कुल 148 गौशालाएँ हैं, जिनमें कुल 14,846 गोवंश हैं।
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
1. अयोध्या जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Gaushala in Ayodhya ]
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- राजबल्या, माया बाजार – 97 गोवंश
- राजापुर माफी, मसौधा – 153 गोवंश
- दौलतपुर, मसौधा – 183 गोवंश
- परसावन, मिल्कीपुर – 216 गोवंश
- पलिया माफी, मिल्कीपुर – 186 गोवंश
- मजरुद्दीनपुर, बीकापुर – 319 गोवंश
- देओरा, अमानीगंज – 316 गोवंश
- बैद्रापुर, सोहावल – 519 गोवंश
- पिरखौली, सोहावल – 399 गोवंश
- पहरपुर, रुदौली – 470 गोवंश
- रुदौली, मिर्जापुर – 228 गोवंश
- कोटिया, अमानीगंज – 334 गोवंश
- फतेहपुर कामासिन, तरुण – 77 गोवंश
- बाइसू पाली, तरुण – 39 गोवंश
- साराय मुगल, रुदौली – 202 गोवंश
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➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- शाहबाद ग्रांट, मिल्कीपुर – 362 गोवंश
- ऐहार, रुदौली – 315 गोवंश
- मीसा, रुदौली – 155 गोवंश
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➤ कान्हा उपवन (Kanha Upvan) गौशाला
- अयोध्या कान्हा उपवन, बैसिंगा – 4,667 गोवंश
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2. कुल आंकड़े [ Gaushala in Ayodhya ]
- कुल गौशालाएँ: 148
- कुल गोवंश की संख्या: 14,846
- सबसे बड़ी गौशाला: अयोध्या कान्हा उपवन (4,667 गोवंश)
- सबसे छोटी गौशाला: रौनई कान्हा हाउस (11 गोवंश)
3. अयोध्या की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक)
➤ मई 2022 – बैद्रापुर गौशाला में गोवंश की मौत
- अयोध्या तहसील के बैद्रापुर गौशाला में 15 गोवंशों की अचानक मृत्यु हो गई।
- प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की।
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➤ अक्टूबर 2022 – परसावन गौशाला में चारे की समस्या
- चारे की कमी के कारण ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया।
- प्रशासन ने अतिरिक्त चारे की आपूर्ति सुनिश्चित की।
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➤ जनवरी 2023 – मिल्कीपुर गौशाला में आगजनी की घटना
- आग लगने से गौशाला के गोशाला शेड को नुकसान पहुंचा।
- दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया और घायलों का इलाज किया गया।
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➤ जून 2023 – पिरखौली गौशाला में जलभराव की समस्या
- भारी बारिश के कारण गौशाला में जलभराव हो गया।
- प्रशासन ने जल निकासी की उचित व्यवस्था कराई।
➤ मार्च 2024 – शाहबाद ग्रांट गौशाला में बीमार गोवंश
- 50 से अधिक गोवंश बीमार पाए गए।
- तत्काल इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम भेजी गई।
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4. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की बेहतर व्यवस्था।
✔ बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की नियुक्ति।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी।
✔ विशेष रूप से बड़ी गौशालाओं में अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की गईं।
अयोध्या जिले की गौशालाओं [ Gaushala in Ayodhya ] में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के मामले भी सामने आए हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
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