बरेली जिले में गौशालाएँ और वृहद गौसंरक्षण केंद्र स्थित हैं, जिनमें गोवंश के संरक्षण और देखभाल का कार्य किया जाता है। जिले में कुल 147 गौशालाएँ [ Gaushala in Bareilly ] हैं, जिनमें कुल 14,773 गोवंश संरक्षित हैं।
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
1. बरेली जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Gaushala in Bareilly ]
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- शरीफ नगर, बहेड़ी – 172 गोवंश
- रफियाबाद, फतेहगंज पश्चिमी – 440 गोवंश
- अधकट्टा नज़राना, नवाबगंज – 649 गोवंश
- छठिया फैजू, फरीदपुर – 358 गोवंश
- खंगवा श्याम, मझगवां – 321 गोवंश
- धौरा टांडा, भोजीपुरा – 209 गोवंश
- रिथौरा, बिथरी चैनपुर – 78 गोवंश
- बहेड़ी नगर, बहेड़ी – 201 गोवंश
- शाही, फतेहगंज पश्चिमी – 167 गोवंश
- फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत – 40 गोवंश
- सिमरा केशोपुर, भुता – 218 गोवंश
- मकरंदपुर पीतम राय, भोजीपुरा – 121 गोवंश
- रूसूल चौधरी, फतेहगंज पश्चिमी – 105 गोवंश
- नवाबगंज, लइखेड़ा – 76 गोवंश
- कुड्डा, आलमपुर जाफराबाद – 186 गोवंश
➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- माहेशपुर शिवसिंह, भोजीपुरा – 240 गोवंश
- मानपुर आहैयापुर, क्यारा – 324 गोवंश
- चुरई दलपतपुर, मीरगंज – 322 गोवंश
- कर्तौली, फरीदपुर – 281 गोवंश
- शेखापुर, भुता – 259 गोवंश
- मौचंदपुर, रामनगर – 426 गोवंश
- अनिरुद्धपुर, मझगवां – 369 गोवंश
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➤ कान्हा उपवन (Kanha Upvan) गौशाला
- बरेली नगर निगम कान्हा उपवन – 1,786 गोवंश
- आंवला कान्हा उपवन – 380 गोवंश
- मीरगंज कान्हा उपवन – 154 गोवंश
- बहेड़ी कान्हा उपवन – 206 गोवंश
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2. कुल आंकड़े [ Gaushala in Bareilly ]
- कुल गौशालाएँ: 147
- कुल गोवंश की संख्या: 14,773
- सबसे बड़ी गौशाला: बरेली नगर निगम कान्हा उपवन (1,786 गोवंश)
- सबसे छोटी गौशाला: कुशफर, नवाबगंज (6 गोवंश)
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3. बरेली की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) [ Gaushala in Bareilly ]
➤ जून 2022 – अधकट्टा नज़राना गौशाला में चारे की भारी कमी
- 100 से अधिक गोवंश बीमार हो गए, जिनमें से 35 की मौत हो गई।
- स्थानीय प्रशासन ने तत्काल चारे की आपूर्ति सुनिश्चित की।
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➤ सितंबर 2022 – फतेहगंज पश्चिमी गौशाला में पानी की समस्या
- पानी की कमी के कारण 40 से अधिक गोवंश बीमार हुए।
- प्रशासन ने अतिरिक्त जल आपूर्ति भेजी।
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➤ जनवरी 2023 – मीरगंज गौशाला में बीमार गोवंशों की मौत
- 25 से अधिक गोवंश संक्रमण की चपेट में आ गए, जिनमें से 18 की मौत हो गई।
- प्रशासन ने वैक्सीनेशन और सफाई अभियान शुरू किया।
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➤ मई 2023 – नवाबगंज गौशाला में गोवंशों की हालत बिगड़ी
- 150 से अधिक गोवंशों को लंबे समय से चारा नहीं मिला, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई।
- सामाजिक कार्यकर्ताओं के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने चारे की आपूर्ति बढ़ाई।
➤ जुलाई 2023 – भुता गौशाला में जलभराव से संक्रमण फैला
- भारी बारिश के कारण गौशाला में जलभराव हो गया।
- 120 से अधिक गोवंश बीमार हो गए और उनमें से 32 की मौत हो गई।
- प्रशासन ने जल निकासी और सफाई कार्य शुरू किया।
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➤ फरवरी 2024 – रफियाबाद गौशाला में आग लगने की घटना
- आग लगने के कारण कई गोवंश झुलस गए, जिनमें से 10 की मौके पर मौत हो गई।
- दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया और राहत कार्य शुरू किया।
4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024)
✔ कुल मृत गोवंश: 135
✔ बीमार हुए गोवंश: 485+
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
6. निष्कर्ष
बरेली जिले की गौशालाओं [ Gaushala in Bareilly ] में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
यदि आपको किसी विशेष गौशाला के बारे में जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं। 🚩
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