बाराबंकी जिले में गौशालाएँ और वृहद गौसंरक्षण केंद्र [ Gaushala of Barabanki ] स्थित हैं, जिनमें गोवंश के संरक्षण और देखभाल का कार्य किया जाता है। जिले में कुल 289 गौशालाएँ हैं, जिनमें कुल 28,902 गोवंश संरक्षित हैं।
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
1. बाराबंकी जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Gaushala of Barabanki ]
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- अहमदपुर, बनी कोडर – 133 गोवंश
- सरवन टिक्का, बनी कोडर – 155 गोवंश
- नाथूपुर, बनी कोडर – 82 गोवंश
- बठौली, बनी कोडर – 234 गोवंश
- सूरजपुर, बनी कोडर – 116 गोवंश
- लालपुर गुमान, दरियाबाद – 83 गोवंश
- मंझेला, दरियाबाद – 281 गोवंश
- कुशफर, दरियाबाद – 185 गोवंश
- बबुरीगाँव, देवा – 249 गोवंश
- तेरवा टेंडवा, फतेहपुर – 136 गोवंश
- मवईया, फतेहपुर – 103 गोवंश
- घेरी, फतेहपुर – 238 गोवंश
- बिलौली हजरतपुर, फतेहपुर – 140 गोवंश
- जमीन हुसैनाबाद, हैदरगढ़ – 498 गोवंश
- बहलोलपुर, हरख – 295 गोवंश
➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- मोहिउद्दीनपुर, बैंक़ी – 556 गोवंश
- कंधईपुर, बनी कोडर – 404 गोवंश
- सोनिकपुर, त्रिवेदीगंज – 429 गोवंश
- भीटौली, सुरतगंज – 684 गोवंश
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➤ कान्हा उपवन (Kanha Upvan) गौशाला
- नवाबगंज कान्हा उपवन – 440 गोवंश
- रामनगर कान्हा उपवन – 100 गोवंश
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2. कुल आंकड़े [ Gaushala of Barabanki ]
- कुल गौशालाएँ: 289
- कुल गोवंश की संख्या: 28,902
- सबसे बड़ी गौशाला: भीटौली, सुरतगंज (684 गोवंश)
- सबसे छोटी गौशाला: सिद्धौर नगर पंचायत (7 गोवंश)
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3. बाराबंकी की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) [ Gaushala of Barabanki ]
➤ मई 2022 – बबुरीगाँव गौशाला में चारे की भारी कमी
- 100 से अधिक गोवंश बीमार हो गए, जिनमें से 30 की मौत हो गई।
- स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासन ने चारे की व्यवस्था की।
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➤ अगस्त 2022 – बठौली गौशाला में पानी की कमी
- तेज गर्मी के कारण पानी की भारी किल्लत हो गई, जिससे 45 से अधिक गोवंश बीमार हो गए।
- प्रशासन ने अतिरिक्त जल आपूर्ति भेजी।
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➤ दिसंबर 2022 – कुशफर गौशाला में बीमार गोवंशों की मौत
- 20 से अधिक गोवंश अज्ञात बीमारी से ग्रसित हो गए, जिनमें से 12 की मौत हो गई।
- जिला प्रशासन ने पशु चिकित्सकों की टीम भेजी और वैक्सीनेशन अभियान चलाया।
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➤ मार्च 2023 – बहलोलपुर गौशाला में गोवंशों की दुर्दशा
- 250 से अधिक गोवंशों को लंबे समय से चारा नहीं मिल रहा था, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई।
- स्थानीय मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की।
➤ जुलाई 2023 – भीटौली गौशाला में भारी बारिश से जलभराव
- भारी बारिश के कारण गौशाला में जलभराव हो गया।
- 150 से अधिक गोवंश बीमार हो गए और उनमें से 20 की मौत हो गई।
- प्रशासन ने जल निकासी और पुनर्वास कार्य कराया।
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➤ जनवरी 2024 – सुरजपुर गौशाला में आगजनी की घटना [ Gaushala of Barabanki ]
- आग लगने के कारण कई गोवंश झुलस गए, जिनमें से 5 की मौके पर मौत हो गई।
- दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया और राहत कार्य शुरू किया।
4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024)
✔ कुल मृत गोवंश: 112
✔ बीमार हुए गोवंश: 565+
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
बाराबंकी जिले की गौशालाओं [ Gaushala of Barabanki ] में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
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