फर्रुखाबाद जिले में गौवंश संरक्षण और देखभाल के लिए विभिन्न गौशालाएँ (Farrukhabad Gaushala) संचालित की जा रही हैं। जिले में कुल 30+ गौशालाएँ हैं, जिनमें 11,500+ से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। प्रशासन द्वारा इन गौशालाओं में चारे, चिकित्सा सुविधा और सुरक्षा का समुचित प्रबंधन किया जाता है।
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
1. फर्रुखाबाद जिले की प्रमुख गौशालाएँ (Farrukhabad Gaushala)
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
फर्रुखाबाद जिले में विभिन्न स्थानों पर स्थित अस्थायी आश्रय स्थलों में हजारों गोवंशों को रखा गया है। प्रमुख गौशालाएँ निम्नलिखित हैं:
- सुल्तानपुर, कायमगंज – 1,026 गोवंश
- साहबगंज, नवाबगंज – 693 गोवंश
- रुखैया खलीकदासपुर, नवाबगंज – 554 गोवंश
- रामपुरा, शमसाबाद – 673 गोवंश
- नगला बाग रथौरा, मोहम्मदाबाद – 518 गोवंश
- शीतवनपुर, मोहम्मदाबाद – 817 गोवंश
- मौधा, मोहम्मदाबाद – 438 गोवंश
➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
फर्रुखाबाद जिले में कुछ वृहद गौसंरक्षण केंद्र भी स्थित हैं, जो बड़ी संख्या में गौवंश के संरक्षण के लिए बनाए गए हैं।
- हसनापुर, कमालगंज – 304 गोवंश
- नवादा दोयम, मोहम्मदाबाद – 234 गोवंश
- कादीयौली, नवाबगंज – 571 गोवंश
2. कुल आंकड़े (Farrukhabad Gaushala)
✔ कुल गौशालाएँ: 30+
✔ कुल गोवंश की संख्या: 11,500+
✔ सबसे बड़ी गौशाला: सुल्तानपुर, कायमगंज (1,026 गोवंश)
✔ सबसे छोटी गौशाला: नवादा दोयम, मोहम्मदाबाद (234 गोवंश)
3. फर्रुखाबाद की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) (Farrukhabad Gaushala)
➤ सितंबर 2022 – सुल्तानपुर गौशाला में चारे की भारी कमी
1,000+ से अधिक गोवंश प्रभावित हुए। प्रशासन ने तत्काल राहत पहुंचाई।
➤ जनवरी 2023 – साहबगंज गौशाला में संक्रमण फैला
200+ गोवंश बीमार हुए, 25 की मौत। सफाई अभियान चलाया गया।
➤ अप्रैल 2023 – रामपुरा गौशाला में आगजनी की घटना
आग से 12 गोवंश झुलसे, 4 की मौत। दमकल विभाग ने राहत कार्य किया।
➤ अगस्त 2023 – गोवंश चोरी की घटनाएँ बढ़ीं
रुखैया खलीकदासपुर से 10 गोवंश चोरी हुए। पुलिस जांच में जुटी।
➤ दिसंबर 2023 – शीतवनपुर गौशाला में जलभराव की समस्या
भारी बारिश के कारण 500 से अधिक गोवंश प्रभावित हुए। प्रशासन ने जल निकासी कराई।
4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024)
✔ कुल मृत गोवंश: 150+
✔ बीमार हुए गोवंश: 700+
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
✔ सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई गई।
फर्रुखाबाद जिले की गौशालाओं (Farrukhabad Gaushala) में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
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