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गौशाला Gaushala

फर्रुखाबाद की गौशालाओं की विस्तृत जानकारी और 2022 के बाद हुई घटनाएँ

फर्रुखाबाद की गौशालाओं की स्थिति और 2022 के बाद की प्रमुख घटनाएँ Farrukhabad Gaushala

जानिए फर्रुखाबाद की गौशालाओं की मौजूदा स्थिति और 2022 के बाद हुई अहम घटनाओं के बारे में।

फर्रुखाबाद जिले में गौवंश संरक्षण और देखभाल के लिए विभिन्न गौशालाएँ (Farrukhabad Gaushala) संचालित की जा रही हैं। जिले में कुल 30+ गौशालाएँ हैं, जिनमें 11,500+ से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। प्रशासन द्वारा इन गौशालाओं में चारे, चिकित्सा सुविधा और सुरक्षा का समुचित प्रबंधन किया जाता है।

गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण


1. फर्रुखाबाद जिले की प्रमुख गौशालाएँ (Farrukhabad Gaushala)

➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)

फर्रुखाबाद जिले में विभिन्न स्थानों पर स्थित अस्थायी आश्रय स्थलों में हजारों गोवंशों को रखा गया है। प्रमुख गौशालाएँ निम्नलिखित हैं:


➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)

फर्रुखाबाद जिले में कुछ वृहद गौसंरक्षण केंद्र भी स्थित हैं, जो बड़ी संख्या में गौवंश के संरक्षण के लिए बनाए गए हैं।


2. कुल आंकड़े (Farrukhabad Gaushala)

कुल गौशालाएँ: 30+
कुल गोवंश की संख्या: 11,500+
सबसे बड़ी गौशाला: सुल्तानपुर, कायमगंज (1,026 गोवंश)
सबसे छोटी गौशाला: नवादा दोयम, मोहम्मदाबाद (234 गोवंश)


3. फर्रुखाबाद की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) (Farrukhabad Gaushala)

सितंबर 2022 – सुल्तानपुर गौशाला में चारे की भारी कमी
1,000+ से अधिक गोवंश प्रभावित हुए। प्रशासन ने तत्काल राहत पहुंचाई।

जनवरी 2023 – साहबगंज गौशाला में संक्रमण फैला
200+ गोवंश बीमार हुए, 25 की मौत। सफाई अभियान चलाया गया।

अप्रैल 2023 – रामपुरा गौशाला में आगजनी की घटना
आग से 12 गोवंश झुलसे, 4 की मौत। दमकल विभाग ने राहत कार्य किया।

अगस्त 2023 – गोवंश चोरी की घटनाएँ बढ़ीं
रुखैया खलीकदासपुर से 10 गोवंश चोरी हुए। पुलिस जांच में जुटी।

दिसंबर 2023 – शीतवनपुर गौशाला में जलभराव की समस्या
भारी बारिश के कारण 500 से अधिक गोवंश प्रभावित हुए। प्रशासन ने जल निकासी कराई।


4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024)

कुल मृत गोवंश: 150+
बीमार हुए गोवंश: 700+


5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम

✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई गई।


फर्रुखाबाद जिले की गौशालाओं (Farrukhabad Gaushala) में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।

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गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरणhttps://uttarpradesh.org/gaushala/uttar-pradesh-up-gaushala/
गौशाला: उत्तर प्रदेश के जिलों में 5000 से कम गौवंशhttps://uttarpradesh.org/gaushala/gaushala-less-than-5000-cows-in-the-districts-of-uttar-pradesh/
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उत्तर प्रदेश में 10,000-15,000 गौवंश क्षमता वाली गौशालाएँhttps://uttarpradesh.org/gaushala/gaushala-having-between-10000-and-15000-cows-in-shelters-of-uttar-pradesh/
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40,000 से अधिक क्षमता वाली गौशालाएं: हमीरपुर, जालौन (ओरई), झांसी, चित्रकूट, हरदोई, सीतापुर और बांदाhttps://uttarpradesh.org/gaushala/gaushalas-with-capacity-more-than-40000-cows-hamirpur-jalaun-orai-jhansi-chitrakoot-hardoi-sitapur-and-banda/

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