बलरामपुर जिले में गौशालाएँ और वृहद गौसंरक्षण केंद्र [ Gaushala in Balrampur ] स्थित हैं, जिनमें गोवंश के संरक्षण और देखभाल का कार्य किया जाता है। जिले में कुल 124 गौशालाएँ हैं, जिनमें कुल 12,493 गोवंश हैं।
1. बलरामपुर जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Gaushala in Balrampur ]
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- भिखपुर, बलरामपुर – 93 गोवंश
- रोनवारी, बलरामपुर – 159 गोवंश
- भगवानपुर, बलरामपुर – 51 गोवंश
- सिसई, बलरामपुर – 134 गोवंश
- बेलवा बिनोहनी, बलरामपुर – 103 गोवंश
- सिंघई, बलरामपुर – 108 गोवंश
- बंसे दिला, बलरामपुर – 100 गोवंश
- विशुनपुर, बलरामपुर – 159 गोवंश
- दुर्गापुर, बलरामपुर – 75 गोवंश
- शंकरपुर, बलरामपुर – 159 गोवंश
- बड़दौलिया, हर्रिया सतघरवा – 350 गोवंश
- बर्दौलिया, हर्रिया सतघरवा – 251 गोवंश
- पिपरा, गैसरी – 187 गोवंश
- सहजाना, हर्रिया सतघरवा – 251 गोवंश
- शिवपुर, महंथ, श्रीदत्तगंज – 20 गोवंश
- धर्मनगर, बलरामपुर – 112 गोवंश
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➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- परसपुर करोड़ा, तुलसीपुर – 372 गोवंश
- बैजपुर, बलरामपुर – 328 गोवंश
- बिनोहनी कलां, हर्रिया सतघरवा – 251 गोवंश
- सिकंदर भोजही, हर्रिया सतघरवा – 276 गोवंश
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➤ कान्हा उपवन (Kanha Upvan) गौशाला
- विशुनपुर खैरहनिया, तुलसीपुर – 312 गोवंश
- गिधरैया, बलरामपुर – 11 गोवंश
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2. कुल आंकड़े
- कुल गौशालाएँ: 124
- कुल गोवंश की संख्या: 12,493
- सबसे बड़ी गौशाला: बर्दौलिया, हर्रिया सतघरवा (350 गोवंश)
- सबसे छोटी गौशाला: गिधरैया, बलरामपुर (11 गोवंश)
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3. बलरामपुर की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) [ Gaushala in Balrampur ]
➤ मार्च 2022 – भिखपुर गौशाला में चारे की कमी
- भिखपुर गौशाला में चारे की भारी कमी देखी गई, जिससे गोवंश के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ा।
- प्रशासन ने अतिरिक्त चारे की आपूर्ति सुनिश्चित की।
➤ जुलाई 2022 – विशुनपुर गौशाला में जलभराव की समस्या
- भारी बारिश के कारण गौशाला में जलभराव हो गया।
- प्रशासन ने जल निकासी की उचित व्यवस्था कराई।
➤ जनवरी 2023 – तुलसीपुर गौशाला में बीमार गोवंश
- 30 से अधिक गोवंश बीमार पाए गए।
- तत्काल इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम भेजी गई।
➤ अप्रैल 2023 – बलरामपुर गौशाला में आगजनी की घटना
- आग लगने से गौशाला का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ।
- दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया और घायलों का इलाज किया गया।
➤ अगस्त 2023 – बर्दौलिया गौशाला में 50 से अधिक गोवंश की मौत
- प्रशासन ने जांच के आदेश दिए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हुई।
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4. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की बेहतर व्यवस्था।
✔ बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की नियुक्ति।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी।
✔ विशेष रूप से बड़ी गौशालाओं में अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की गईं।
बलरामपुर जिले की गौशालाओं [ Gaushala in Balrampur ] में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के मामले भी सामने आए हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
यदि आपको किसी विशेष गौशाला के बारे में जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं। 🚩
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