अंतरष्ट्रीय महिला दिवस पर जहाँ एक ओर विश्व की महिलाओं को उनकी विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों के लिए समानित किया जाता है. वहीँ अब भारत देश भी इसमें कही पीछे नहीं है. हर साल भारत में भी महिलाओं द्वारा हांसिल की गयी उपलब्धियों व उनके योगदानों को लेकर उनका सम्मान किया जाता है. यही नहीं भारत की महिलाओं को किसी भी तरह पुरषों से कम नहीं आंका जाता है. परंतु भारत में वेतन वितरण की बात करें तो यहाँ महिलाओं को इस दिशा में पुरषों की बराबरी करने के लिए करीब 150 सालों जितने बड़े अंतराल का इंतज़ार करना होगा.
महिलाओं के मुकाबले पुरुष कमाते हैं 67 प्रतिशत ज्यादा :
- भारत में वैसे तो आज की सदी की महिलाएं हर क्षेत्र में अपना डंका बजवा रही हैं.
- फिर चाहे वह परीक्षा के परिणाम हो या फिर उनको दिया गया कोई काम हो, महिलाएं हर क्षेत्र में अव्वल हैं.
- परंतु देश में एक च्जीज़ में पुरषों की बराबरी कर पाने में नाकाम हैं.
- और वह है पुरसों द्वारा कमाया जाने वाला वेतन.
- विकास की ओर अग्रसर भारत की यह एक बहुत बड़ी विडम्बना है कि यहाँ महिलाओं को काम तो पुरषों के बराबर दिया जाता है.
- परंतु वेतन के मामले में महिलाओं को हमेशा से ही इसके कम योग्य समझा गया है.
- इसी मामले के तहत एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में यदि महिलाओं को पुरषों की बराबरी करनी है ति करीब 150 सालों का इंतज़ार करना होगा.
- ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार भारत में पुरुष के वेतन की संखिकी की बात करे तो यहाँ पुरुष महिलाओं के मुकाबले करीब 67 प्रतिशत ज्यादा वेतन पाते हैं.
- इस रिपोर्ट के अनुसार इस बड़े अंतर को कम करने में महिलाओं को करीब 150 साल लगेंगे.