सऊदी अरब में नौकरी गंवाने के बाद करीब 10,000 भारतीय कामगार वित्तीय मुश्किलों के चलते भयंकर खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं। भारत सरकार ने खाड़ी देश में खाद्य संकट का सामने कर रहे भारतीयों की मदद के लिए विदेश सुषमा स्वराज आगे आयीं हैं।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके पुरे मामले पर जानकारी दी है और कहा कि सभी भारतीयों की हर संभव मदद की जायेगी।
I assure you that no Indian worker rendered unemployed in Saudi Arabia will go without food. I am monitoring this on hourly basis.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 30, 2016
स्वराज ने उस देश में रह रहे 30 लाख भारतीयों से अपने बंधुओं की सहायता करने की अपील की और कहा कि भारतीय राष्ट्र के सामूहिक संकल्प से ज्यादा ताकतवर कुछ नहीं है।
I appeal to 30 lakhs Indians in Saudi Arabia. Please help your fellow brothers and sisters. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 30, 2016
विदेश मंत्री ने कहा कि एम जे अकबर वी के सिंह सऊदी और कुवैत की सरकारों के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे और इस संकट से निपटने में मदद की अपील करेंगे।
My colleagues @Gen_VKSingh will go to Saudi Arabia to sort out these matters and @MJakbar will take up with Kuwait and Saudi authorities./5
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 30, 2016
विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘हमने रियाद में भारतीय दूतावास से कहा है कि वह सऊदी अरब में बेरोजगार भारतीय कामगारों को मुफ्त राशन मुहैया कराए.’ उन्होंने कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में भारतीय नागरिकों को काम न मिलने के कारण वित्तीय समस्यायों से जूझना पड़ रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा-
सऊदी अरब और कुवैत में हमारे भाइयों-बहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सऊदी अरब में नौकरी गंवाने वाले किसी भारतीय को भूखा नहीं रहना पड़ेगा।
मैं पुरे मामले पर निगरानी रख रही हूँ।
सऊदी अरब में कुवैत की तुलना में हालात ज्यादा ख़राब हैं।
अपने सहयोगियों को सऊदी और कुवैत भेजकर वहां की सरकारों से भी मदद की अपील की जायेगी।
उधर, वाणिज्य दूतावास ने जेद्दा के भारतीय समुदाय के साथ मिलकर पहले ही 15,475 किग्रा अनाज एवं अन्य सामान वितरित किया है।
Food stff being delievred at Sisten/ Macrona pic.twitter.com/rAJhXsJZ8Z
— India in Jeddah (@CGIJeddah) July 30, 2016
गौरतलब है कि सऊदी और कुवैत में काम ना मिलने के कारण बड़ी संख्या में भारतीय कामगार भूखों मर रहे हैं और उनके पास न तो खाने के पैसे बचे हैं और ना वो इस विकट स्थिति में भारत वापस ही आ सकते हैं। सुषमा स्वराज द्वारा आश्वासन मिलने के बाद इन कामगारों की उम्मीद बढ़ी है।