भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है। यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं। इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा। इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
विश्व जनसंख्या दिवस आज :
- प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है।
- विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत 1987 से हुई।
- 11 जुलाई 1987 में विश्व की जनसंख्या 5 अरब को पार कर गई थी।
- तब संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या वृद्धि को लेकर दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाने का निर्णय लिया।
- तब से इस विशेष दिन को हर साल एक याद और परिवार नियोजन का संकल्प लेने के दिन के रूप में याद किया जाने लगा।
- हर राष्ट्र में इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि आज दुनिया के हर विकासशील और विकसित दोनों तरह के देश जनसंख्या विस्फोट से चिंतित हैं।
- विकासशील देश अपनी आबादी और जनसंख्या के बीच तालमेल बैठाने में मथ्थापच्ची कर रहे हैं।
- तो विकसित देश पलायन और रोजगार की चाह में बाहर से आकर रहने वाले शरणार्थियों की वजह से परेशान हैं।
- आज विश्व की जनसंख्या लगभग 7 अरब से भी ज़्यादा है।
- भारत की जनसंख्या लगभग 1 अरब, 21 करोड़, 1 लाख, 93 हज़ार, 422 है।
- भारत की पिछले दशक की जनसंख्या वृद्धि दर 17.64 प्रतिशत है।
- विश्व की कुल आबादी का आधा या कहें इससे भी अधिक हिस्सा एशियाई देशों में है।
अन्य कुछ झलकियां :
- 1882 में स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक बाबा कांशी राम का जन्म आज के दिन काँगड़ा के दादा सीबा गाँव में हुआ।
- 1902 में भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ एवं प्रथम रक्षामंत्री सरदार बलदेव सिंह का जन्म हुआ।
- 1953 में वर्तमान केंद्र सरकार में रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु का जन्म महाराष्ट्र में हुआ।
- 1957 में भारतीय न्यायाधीश एवं राजनेता सी. शंकरन नायर का जन्म हुआ था।
- 1960 में भारतीय फिल्म अभिनेता कुमार गौरव का जन्म हुआ।
- 2003 में लाहोर में ‘दोस्ती बस’ और दिल्ली से ‘सदा-ए-सरहद’ बस का परिचालन हुआ।
- 2003 में भारतीय लेखक भीष्म साहनी का निधन हुआ।
- 2004 में मुंबई उपनगरीय में 7 रेल बम विस्फोट हुये।
- 2007 में चर्चित चित्रकार एम.एफ़. हुसैन ने न्यूयार्क की कला प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
- 2006 में मुंबई बम धमाकों में 209 लोग मारे गए।
- 2011 में परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय सैनिक सेकेंड लेफ्टिनेंट रामा राघोबा राणे का निधन हुआ।