भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.
आज ही के दिन हुआ था जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड :
- पंजाब के जलियांवाला बाग़ में जो नरसंहार हुआ था उसे आज भी भुलाया नहीं जा सका है.
- यह नरसंहार एक अंग्रेज़ी अफसर के इशारे पर किया गया था जिसमे हज़ारों मासूमों ने अपनी जान गवाई थी.
- बता दें कि आज ही के काले दिन सन 1919 में इस नरसंहार को अंजाम दिया गया था.
- बता दें कि इस नरसंहार को अंजाम देने वाले अंग्रेज़ी अफसर का नाम जनरल डायर था.
- जो बेहद क्रूर स्वभाव का था और उस समय पंजाब का गवर्नर था जिसके तहत उनसे यह आदेश दिया था.
- आपको बता दें कि जलियाँवाला बाग़ पंजाब के अमृतसर में स्थित है, जहाँ इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था.
- इस समय पूरे देश में रोवलैट एक्ट को लेकर आक्रोश था जिसके अनुसार किसी भी आंदोलनकारी को बिना कोर्ट के ट्रायल के जेल भेज दिया जाता था.
- जिसे देखते हुए पंजाब में भी इसका भरपूर विरोध हो रहा था परंतु उस समय के गवर्नर डायर को यह बर्दाश्त ना हुआ.
- जिसके बाद उन्होंने अपने 50 बंदूकधारी सैनिकों के साथ बैसाखी के मौके पर इस बाग़ को चारों ओर से घेर कर अंधाधुन्द गोलियां चलाई थीं.
- जिसमे हज़ारों लोग मारे गए थे साथ ही कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए वहां मौजूद कुए में कूद गए थे और मारे गए थे.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1699 में आज ही के दिन सिखों के दसवें गुरु द्वारा खालसा पंथ की स्थापना हुई थी.
- बता दें कि इस स्थापना के दिन को ही बैसाखी के पर्व के रूप में मनाया जाता है.
- 1772 में आज ही के दिन वार्रिंग हेस्टिंग्स को ईस्ट इंडिया कंपनी का कोर्ट ऑफ़ डायरेक्टर चुना गया था.
- 1947 में आज ही के दिन भारत व पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे.
- 1972 में आज ही के दिन अभिनेता बाजराज साहनी का निधन हुआ था.
- 1993 में आज ही के दिन प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिला था.
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