भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
सियाचिन ग्लेशियर का मुद्दा आज हुआ था समाप्त :
- भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन के बाद केवल कश्मीर का मुद्दा ही नहीं है.
- बल्कि एक और सीमा का मुद्दा था जो बहुत गर्म था जिसे बाद में दोनों देशों ने सुलझा लिया था.
- बता दें कि यह मुद्दा था सियाचिन ग्लेशियर का जिसमे पाकिस्तान और भारत अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे थे.
- ऐसे में एक लंबे अंतराल के बाद सन 1989 में भारत और पाकिस्तान ने इस मुद्दे को समाप्त किया था.
- यही नहीं इस मुद्दे को लेकर चलने वाली एक लंबी लड़ाई को भी दोनों देशों द्वारा आज विराम दे दिया गया था.
- जिसके बाद सियाचिन ग्लेशियर का यह मुद्दा आखिरकार समाप्त हो गया था.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1658 में औरंगजेब द्वारा आगरा के लाल किले पर कब्ज़ा कर लिया गया था.
- जिसके बाद उसने अपने ही पिता शाहजहाँ को कैद कर नज़रबंद कर दिया था.
- 1858 में आज ही के दिन रानी लक्ष्मी बाई अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गयी थीं.
- 1917 में आज ही के दिन प्रसिद्ध राजनेता और पूर्व मुख्यमंत्री लखमन सिंह गिल का जन्म हुआ था.
- 1943 में आज ही के दिन ब्रिटिश फील्ड मार्शल आर्चिबाल्ड वावेल भारत के व्हाइसरॉय बने थे.
- 1946 में आज ही के दिन पुर्तगालियों के खिलाफ पहला सत्याग्रह आंदोलन गोवा में शुरू हुआ था.
- 1946 में आज ही के दिन कांग्रेस कार्यकारिणी अंतरिम सरकार योजना को स्वीकार करने का फैसला किया था.
- 1991 में आज ही के दिन कांग्रेस पार्टी एक बड़ी पार्टी के रूप में लोक सभा चुनावों में उभरी थी.
- 1993 में आज ही के दिन लाल कृष्णा आडवानी को बीजेपी का अध्यक्ष बना दिया गया था.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें