नोटबंदी से जहाँ हमें पैसों को लेकर परेशानी थी वहीँ नई नोट आने के बाद हमने रहत की साँस ली थी, 500 और 2000 हजार की नोटों के आने के बाद आज इसका चलन तेजी से हो रहा है, लेकिन अब एक साल बाद सरकार की तरफ से RBI ने 2000 की नोट (2000 notes) को लेकर ये बड़ा फैसला लिया है.
2000 (2000 notes) की नोटों की छपाई पर रोक:
- आपको बता दें कि काले धन पर लगाम लगाने के नाम पर शुरू किए गए 2000 के नोट की छपाई केंद्र सरकार बंद करने जा रही है.
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है.
- 2 हजार के नोट वापस ले सकता है RBI.
- बता दें कि 2 हजार के नोटों की छपाई बंद हो सकती है.
- छापे गए कुल नोट अभी मार्केट में नहीं पहुंचे हैं.
- 36,540 लाख के 2 हजार नोट छापे गए थे.
- वात्या जा रहा है कि लेनदेन में परेशानी के चलते ऐसा फैसला हो सकता है.
- खबरों के मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को निर्देश जारी कर दिए हैं.
- जिसमे बताया गया है कि अगले कुछ महीनों के नोट की छपाई बंद की जा रही है.
- वहीँ बताया जा रहा है कि इस दौरान होने वाली परेशानियों के चलते सभी बैंकों को अपने स्तर पर इंतजाम भी करने को आदेश हैं.
- सूत्रों के मुताबिक सरकार बड़े नोटों की जगह छोटे नोटों को प्रसार में लाने का इंतजाम जल्द से जल्द करने जा रही है.
- सूत्रों की मानें तो अगले कुछ महीने तक 2000 के नोट की छपाई नहीं होगी.
अब मिलेंगे 200 के नोट:
- सूत्रों के मुताबिक नए नोटों की सप्लाई में तय हुआ है कि बैंकों में 200 के नोटों की सप्लाई होगी.
- इन नोटों के आने के बाद ही बाजार में छोटे नोटों की समस्या से निजात पाई जा सकती है.
- सूत्रों के मुताबिक, बैंकों के पास छोटे नोटों की व्यवस्था करने का जिम्मा भी सभी जिलों में लीड बैंकों को दिया गया है.
- ऐसे में हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बैंकों में पर्याप्त रूप से रुपया मौजूद रहे.
- जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े. पूरी कोशिश छोटे नोटों को बाजार में भेजने की है.
- मध्यप्रदेश में वैसे भी छोटे नोटों की किल्लत दूसरे राज्यों से ज्यादा है.
- सूत्रों के मुताबिक, आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे कैश काउंटर से किसी भी ग्राहक को बड़े नोट की आपूर्ति न करें.
- ऐसे में ये ये माना जा रहा है कि अगले तीन माह तक नए नोट आने की उम्मीद नहीं है.
- नोटों की किल्लत न हो इसलिए आरबीआई ने फिलहाल बड़े नोट कैश काउंटर से नहीं देने को कहा है.