2012 मारुति सुजुकी फैक्ट्री हिंसा केस में आज फैसला आया है. फैसले में कोर्ट ने 31 लोगों को दोषी करार दिया है और 117 लोगों को बरी करा है. पांच साल पहले गुड़गांव की मारुति फैक्ट्री में कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच हिंसा हो गयी थी जिसमें एक शक्स की मौत हो गयी थी.
18 जुलाई 2012 का मामला
- साल 2012 में इस हिंसा के दौरान आश्विन कुमार देव जनरल मैनेजर मारा गया था.
- उपजी हिंसा की वजह से प्लांट को भी काफी नुकसान हुआ था.
- पुलिस ने 148 कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था.
- आठ लोगों को जेल में रकः गया था.
- मजदूर सहयोग केंद्र ने इसपर आपत्ति जताई थी.
- उन्होंने कहा था कि अगर बेगुनाह लोग इस केस में सज़ा पाए तो ये
- कानून पर धब्बा होगा. इसके लिए हम प्रदर्शन भी करेंगें.
- इस हिंसा के बाद कुल 546 कार्यकर्ताओं की नौकरी छिन गयी थी.
अलग -अलग धाराओं में अरेस्ट
- कुल 148 कर्मचारियों को अरेस्ट किया गया था.
- जिसमे से 145 पर हथियार रखने का आरोप, एटेम्पटतो मर्डर, और अन्य
- धाराओं पर आरोप लगे थे. 11 लोग इससे पहले हिरासत में थे
- जबकि और लोगों को छोड़ दिया गया था.
- यूनियन के छह सदस्यों ने कंपनी लंच का बहिष्कार किया.
- कम्पनी से कर्मचारियों को छुड़ाने की बात कही थी.
- अब केस का फैसला सामना आ गया है.
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