आगामी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव फरवरी के महीने से शुरू होकर मार्च तक ख़त्म हो जायेंगे. जिसके बाद चुनाव आयोग व विधि आयोग एक बड़ा निर्णय लेने जा रहे हैं.
औपचारिक बातचीत का चुनाव बाद होगा आरंभ :
- इस वर्ष विधानसभा चुनाव हो जाने के बाद चनाव आयोग अहम निर्णय ले सकता है.
- जिसके तहत अलगे चुनावों में यानी साल 2019 में होने वाले चुनावों में कुछ बदलाव किये जायेंगे.
- जिसके तहत लोकसभा चुनाव व कम से कम आधे राज्यों में विधानसभा चुनाव एक साथ आयोजित करवाए जायेंगे.
- बता दें कि इस मुद्दे पर औपचारिक बातचीत चनावों के बाद शुरू की जाएगी.
- लॉ कमिशन के चेयरमैन जस्टिस बीएस चौहान के अनुसार दोनों सभाओं के चुनाव एक साथ कराना मुमकिन है.
- साथ ही सभी पक्षों की रजामंदी मिलने पर ऐसा 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान हो सकता है.
- चौहान ने कहा कि असेंबली चुनाव खत्म होने के बाद इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से चर्चा होगी.
- उन्होंने माना कि दोनों चुनाव एक साथ करा पाना मुमकिन है.
- इसके लिए विधि आयोग के सदस्यों को चुनाव आयोग के साथ चर्चा करने की आवश्यकता है.
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