उच्चतम न्यायालय में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) टेंपरिंग मामले में चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप पूरी तरह से निराधार है।
तकनीकी रूप से सक्षम ईवीएम-
- ईवीएम टेंपरिंग मामले पर सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा।
- चुनाव आयोग ने कोर्ट में ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों को निराधार बताया।
- आयोग के कहा कि ईवीएम पूरी तरह से फुलप्रूफ और सुरक्षित है।
- साथ ही आयोग ने साफ किया कि भारत में ईवीएम इंटरनेट से कनेक्ट नहीं है।
- चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में पेपर ट्रेल के साथ 16 लाख से अधिक ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल करेगा।
- आयोग ने कहा कि 2019 चुनाव में वोटर को पता चलेगा कि उसका वोट किसे गया है।
- चुनाव आयोग ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में VVPAT (Voter Verified Paper Audit Trail) का प्रयोग करेगा।
- VVPAT से पता चलेगा कि जिसे वोट किया उसे गया कि नहीं।
नहीं हो सकी ईवीएम हैक-
- हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक पार्टियों को ओपन चैलेंज दिया गया था कि वे ईवीएम में गलतियां निकाल सकते हैं.
- चुनाव आयोग ने कहा कि कोई भी पार्टी इन मशीनों को टेस्ट करने के लिए सामने नहीं आई.
- न ही कोई ऐसा सबूत सामने आया है जो कह सके कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है.
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