भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.
गुरु अंगद देव का आज हुआ था जन्म :
- सिख समुदाय के दूसरे गुरु अंगद देव हमेशा से ही गुरु नानक के अनुयायी के रूप में जाने जाते हैं.
- आपको बता दें कि गुरु अंगद देव का जन्म आज ही के दिन सन 1504 में हुआ था.
- गुरु अंगद एक हिंदू परिवार से ताल्लुख रखते थे और उनका असली नाम लहना था.
- परंतु गुरु नानक के वचनों से प्रभावित हो उन्होंने यह रास्ता अपनाया था.
- जिसके बाद गुरु नानक देव की मृत्यु होने के साथ ही गुरु अंगद देव ने उनकी प्रथा व सिख समुदाय को आगे बढ़ाया था.
- आज भी इस समुदाय के लोग गुरु अंगद देव को अपना भगवान् मान उनके बताये रास्ते पर काह्लते हैं.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1774 में आज ही के दिन अंग्रेज़ी हुकूमत द्वारा रूहिल्ला सेना को हरा कर रोहेलखंड के किले पर कब्ज़ा किया था.
- 1930 में आज ही के दिन पेशावर में दंगे की आग भड़की थी जिसमे 20 हिंदू मारे गए थे.
- 1987 में आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा विधवाओं को संपत्ति में हिस्से का निर्णय दिया गया था.
- 1992 में आज ही के दिन प्रसिद्ध फिल्मकार सत्यजीत रे का निधन हो गया था.
- 1995 में आज ही वे दिन विश्व पुस्तक दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी.
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