भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है। यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है। यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है।
अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस :
- प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता है।
- नशीली वस्तुओं और पदार्थों के निवारण हेतु ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा‘ ने 7 दिसम्बर, 1987 को प्रस्ताव संख्या 42/112 पारित किया।
- जिसमें हर वर्ष 26 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस’ मानाने का निर्णय लिया था।
नशा निरोधक दिवस के उद्देश्य :
- यह एक तरफ़ लोगों में चेतना फैलाता है, वहीं दूसरी ओर नशे के लती लोगों के उपचार की दिशा में भी महत्त्वपूर्ण कार्य करता है।
- इस दिन मादक पदार्थ एवं अपराध से मुक़ाबले के लिए ‘संयुक्त राष्ट्र संघ’ का कार्यालय यूएनओडीसी एक नारा देता है।
- इस अवसर पर मादक पदार्थों से मुक़ाबले के लिए विभिन्न देशों द्वारा उठाये गये क़दमों तथा इस मार्ग में उत्पन्न चुनौतियों और उनके निवारण का उल्लेख किया जाता है।
- ‘26 जून‘ का दिन मादक पदार्थों से मुक़ाबले का प्रतीक बन गया है।
- इस अवसर पर मादक पदार्थों के उत्पादन, तस्करी एवं सेवन के दुष्परिणामों से लोगों को अवगत कराया जाता है।
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1838 में आज ही को दिन बंगाली उपन्यासकार बंकिमचंद्र चटर्जी का जन्म हुआ था।
- 1888 में आज ही को दिन मराठी रंगमंच के महान नायक और प्रसिद्ध गायक बालगन्धर्व का जन्म हुआ था।
- 1927 में आज ही को दिन संवाद सिनेमा ने अपना जीवन आरंभ किया।
- 1982 में आज ही के दिन एयर इंडिया का पहला बोइंग गौरीशंकर मुंबई में दुर्घनाग्रस्त हुआ।
- 1992 में आज ही के दिन भारत ने ‘तीन बीघा गलियारा’ 999 वर्षों के लिए बांग्लादेश को पट्टे पर दिया।
- 2004 में आज ही के दिन भारतीय फिल्म निर्माता यश जौहर का निधन हुआ था।
- 2013 में आज ही के दिन उत्तराखंड में एक बचाव हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 लोग मारे गये।