भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
देश में आरक्षण की आज से पड़ी थी नींव :
- भारत देश में विभिन्न तरह के धर्म और संस्कृतियाँ मौजूद हैं.
- ऐसे में कुछ इसमें श्रेष्ठ मानी जाती थी तो वही कुछ को तुच्छ मान इनके साथ भेदभाव किया जाता था.
- ऐसे में भारत सरकार द्वारा इस दिशा में एक उचित कदम उठाते हुए एक निर्णय लिया गया.
- इस निर्णय के अनुसार सरकार द्वारा मंडल कमीशन के प्रस्ताव को स्वीकारते हुए आरक्षण को देश में लागू किया गया.
- आज ही के दिन सन 1993 में पिछड़ी व अनुसूचित जातियों के लिए 27% का आरक्षण निर्धारित किया गया था.
- इस नियम को 15 जून से देश में लागू कराया गया था, आज भी यह नियम आज भी लागू होता है.
- यही नहीं सभी सरकारी नौकरियों आदि में भी इन जनजातियों को आरक्षण दिया जाता है.
- ऐसा करने का मुख्य कारण सभी देशवासियों को एक बराबर लाना था.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1739 में आज ही के दिन अफगान शासकों को देश से खड़े दिया गया था.
- बता दें कि ऐसा करने के पीछे मुग़ल शासक मुहम्मद शाह और नादिर शाह का हाथ था.
- 1906 में आज ही के दिन प्रसिद्ध वैज्ञानिक बेंजामिन पेयरी पाल का जन्म हुआ था.
- बता दें कि उन्होंने अपनी पढ़ाई और रिसर्च कैंब्रिज से पूरी की थी जिसके बाद वे देश में प्रसिद्ध हुए थे.
- 1948 में आज ही के दिन पाकिस्तान के साथ भारत का पांच साल के लिए व्यावसायिक समझौता हुआ था.
- 1983 में आज ही के दिन देश में PIN(पोस्टल इंडेक्स) के जनक माने वाले आरवी मराठे का निधन हो गया था.