भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.
गुरु हरगोविंद सिंह का आज हुआ था निधन :
- सिखों के धर्म गुरुओं में से छटें गुरु माने जाने वाले गुरु हरगोविंद सिंह का आज निधन हुआ था.
- बता दें कि आज ही के दिन सन 1645 में उनका निधन हुआ था.
- अगर उनके जीवन के बारे में बात करें तो वे केवल 11 वर्ष के थे जब उन्हें गुरु बनाया गया.
- साथ ही यह तब हुआ था जब उनके पिता गुरु अर्जन देव को मुग़ल शहंशाह जहाँगीर द्वारा मौत की सजा सुना दी गयी थी.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1914 में आज ही के दिन कोमगता मरू द्वारा हांगकांग से वैंकोवर तक समुद्री यात्रा तय की गयी थी.
- यह यात्रा उन्होंने 351 सिखों व 21 पंजाबी मुसलमाओं के साथ तय की थी.
- इस यात्रा को ग़दर मूवमेंट के तहत आगे बढ़ाया गया था जिसका नेतृत्व सरदार गुरजीत सिंह द्वारा किया गया था.
- 1963 में आज ही के दिन नेशनल एयरोनॉटिकल लेबोरेटरी एग्जीक्यूटिव काउंसिल की पहली बैठक हुई थी.
- बता दें कि इस बैठक का नेतृत्व खुद जे आर डी टाटा द्वारा किया गया था.
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