भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
ISI का देश में आज हुआ था गठन :
- ISI इंडियन स्टैण्डर्ड इंस्टिट्यूटन या इसे आम भाषा में गुणवत्ता का मानक भी माना जाता है.
- बता दें कि इस मानक को आज ही के दिन सन 1947 में देश में स्त्घापित किया गया था.
- यह एक ऐसा मानक था जिससे किसी भी वास्तु की गुणवत्ता को मांपा जा साकता था.
- बता दें कि भारत में बनी वस्तुओं को पहले दूसरे देशों में स्वीकार नहीं किया जाता था.
- जिसे देखने हुए अंग्रेजों ने इस मानक को अपनाया जिसके के बाद विदेश में व्यापार सुगम हो गया.
- आपको बता दें कि ISI आज के समय में देश का एक अभिन्न अंग बन चुका है.
- जिसके तहत आज भी इस मानक को गुणवत्ता के मांप के लिए व्यापारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1658 में आज ही के दिन औरंगजेब द्वारा शाहजहाँ के बेटे दाराशुकोह को एक युद्ध में हरा दिया गया था.
- 1933 में आज ही में दिन महात्मा गाँधी द्वारा अपने दूसरे अनशन को ख़त्म कर दिया गया था.
- बता दें कि यह अनशन उन्होंने देश में फैली अछूत होने की मानसिकता को ख़त्म करने के लिए किया था.
- 1936 में आज ही के दिन गाँधी जी के बेटे ने अपना धर्म परिवर्तन कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया था.
- 1968 में आज ही के दिन मशहूर रेसलर दारा सिंह विश्व कुश्ती चैंपियन बन कीर्तिमान रचा था.
- 1972 में आज ही के दिन कपूर खानदान के मुखिया पृथ्वीराज कपूर ने अपनी अंतिम साँसे ली थीं.
- 1987 में आज ही के दिन चौधरी चरण सिंह ना निधन हुआ था बता दें कि वे अपने समय के माने हुए राजनीतिज्ञ थे.
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