केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और गवर्नरों की सैलरी में तीन गुना इजाफा करने का फैसला किया है। भारत एक लोक तांत्रिक देश है यहाँ राष्ट्रपति को देश का ‘प्रथम नागरिक’ होने का सम्मान प्राप्त है। लेकिन इस सम्मान के बाद जब बात सैलरी की आती है तो राष्ट्रपति की सैलरी एक कैबिनेट सेक्रेटरी से भी कम हो जाती है । राष्ट्रपति के इसी सम्मान को बरक़रार रखने के लिए ही केंद्र सरकार ने इनकी सैलरी बढ़ने का फैसला लिया है ।
2016 से ही लागू मानी जाएगी सैलरी
- केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और गवर्नरों की सैलरी में तीन गुना इजाफा करने का फैसला किया है।
- बता दें कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद से ही राष्ट्रपति की सैलरी को लेकर गहमागहमी चल रही थी।
- कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद ये विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा।
- इस विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद बढ़ी हुई सैलरी जनवरी, 2016 से ही लागू मानी जाएगी।
- बता दे कि राष्ट्रपति की वर्तमान सैलरी 1.5 लाख रुपए महीना से बढ़कर करीब 5 लाख रुपए हो जाएगी।
- उपराष्ट्रपति की सैलरी 1.10 लाख रुपए महीने से बढ़कर 3.50 लाख रुपए हो जाएगी।
- रिटायर होने के बाद राष्ट्रपति को 1.5 लाख रुपए पेंशन के रूप में मिलेगा ।
- वहीं उनके पति/पत्नी को सेक्रेटेरियल सहायता के तौर पर 30 हजार रुपए महीने दिया जायेगा।
ये भी पढ़ें :40 करोड़ के घूसखोरी मामले से बरी कर्नाटक के पूर्व CM येदियुरप्पा!