जम्मू- कश्मीर को भारत का स्वर्ग कहा जाता है। यहाँ की फिजा, यहाँ के जैसी घटा भारत में कही और देखने को नहीं मिलती है। मगर अब इसी स्वर्ग में पिछले 6 महीनो से भी ज्यादा समय से नरक जैसा माहौल बना हुआ है। अलगाववादी बुरहान वानी की मौत के बाद से शुरू हुआ यह बवाल आज तक शांत नहीं हो पाया है। पहले तो प्रदर्शनकारी सेना और पुलिस पर हमला करते थे मगर अब तो उन्होंने यहाँ के स्कूलों और सरकारी इमारतो को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
31 स्कूल जलाए गए, शेष बंद :
- बीते 4 महीने पहले से कश्मीर घाटी में फैली हुई अशांति से पूरी घाटी में संवेदनशील माहौल बना हुआ है।
- अलगाववादियों ने अब तक 31 स्कूलों के भवन और 110 सरकारी भवन क्षतिग्रस्त कर दिए हैं।
- इन स्कूलों में 25 सरकारी स्कूल, 2 निजी स्कूल और अन्य सामाजिक संगठनों की मदद से संचालित हो रहे थे।
- 110 सरकारी बिल्डिंग में से 65 या तो पूरी तरह से जल गयी है या आंशिक रूप से जली हैं।
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- इसके अलावा 55 बिल्डिंग्स को भी अलग तरीकों से नुकसान पहुंचाया गया है।
- असामाजिक तत्वों ने प्रदर्शन करने के बाद अब कश्मीर घाटी के स्कूलों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
- बुरहान वानी की मौत के बाद से ही कश्मीर में हिंसा के हालात बने हुए है।
- वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में भड़की हिंसा में लगभग 3,300 से अधिक सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए थे।
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