बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) 2017 तक अब तक का सबसे ऊँचा झंडा पहराने की तैयारी में है। बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) 2017 तक अटारी-वाघा बॉर्डर पर सबसे ऊंचा तिरंगा पहराने की तैयारी बना रही है।
- बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स के एक अधिकारी ने यह सूचना दी है कि यह झंडा इतना ऊंचा होगा कि यह लाहौर और अमृतसर से भी दिखायी देगा।
- वाघा बॉर्डर पर फहराने वाले भारतीय झंडे की ऊंचाई करीब 350 फीट होगी।
- BSF के पंजाब फ्रंटियर के कार्यवाहक इंस्पेक्टर जनरल अशोक कुमार यादव ने यह सूचना दी है।
- इंस्पेक्टर जनरल अशोक कुमार यादव के ने यह बताया कि बीसएफ मशहूर रिट्रीट सेरेमनी वाली जगह के पास बनी हुई विजिटर्स गैलरी का निर्माण कराने की योजना बना रहा है।
- 350 फीट ऊँचा झंडा लगाने की योजना उसी की पहल का एक हिस्सा है।
- इंस्पेक्टर जनरल अशोक कुमार यादव के अनुसार बॉर्डर से करीब 18 किमी दूर है अमृतसर और लाहौर इंटरनेशनल।
- इंस्पेक्टर जनरल अशोक कुमार यादव ने यह बताया की ये सबसे बड़ा तिरंगा होगा।
- रिट्रीट सेरेमनी के वक्त सभी देशवासियों के दिल में देश भक्ति का माहौल होता है। भीड़ भी काफी उत्साहित होती है।
- यह झंडा रिट्रीट सेरेमनी में आये लोंगों का उत्साह बढ़ाएगा।
- आपको बता दें कि वर्तमान समय में सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज झारखंड के रांची में स्थित है।
- जिसकी ऊंचाई करीब 293 फीट है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने जनवरी में इस झंडे को फहराया था।
- बीसएफ के सीनियर PRO डीआईजी आरएस कटारिया ने बताया कि सीमा पर झंडे को लगाने के लिए एक प्लेटफार्म बनाया जायेगा।
- इसके लिये मौसम के हालात का भी विशेष ध्यान रखना होगा।
- इसकी निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जायेगी।
- बीसएफ के अधिकारियों का कहना है कि अभी इस झंडे को बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामन पर भी बात चीत होना बाकी है।
- क्यों कि इतनी ज्यादा ऊंचाई पर होने के कारण झंडे को बारिश और तेज हवाओं से नुकसान होने का खतरा बना रहेगा।