प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साल 2014 से लेकर अब तक कुल 35 बार मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश की जनता से संवाद स्थापित कर चुके हैं। इसी क्रम में रविवार 24 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम(36th mann ki baat) का 36वां संस्करण आयोजित किया था, जिसके तहत पीएम मोदी ने एक बार फिर से जनता से संवाद स्थापित किया और विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार और लोगों की राय रखी।
36वें मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन(36th mann ki baat):
भावी इतिहास, इतिहास की कोख में जन्म लेता है(36th mann ki baat):
- इस बार ‘स्वच्छता ही सेवा’ के साथ कई प्रतियोगितायें हुईं
- Electronic media, print media देश की कितनी बड़ी सेवा कर सकता है,
- ये स्वच्छता ही सेवा आंदोलन में हम देख पाते हैं
- नगर निगम श्रीनगर ने 18 साल के नौजवान बिलाल डार को स्वच्छता के लिए अपना Brand Ambassador बनाया है
- इस बात को हमें स्वीकार करना होगा कि भावी इतिहास, इतिहास की कोख में जन्म लेता है
- गाँधी जी, जयप्रकाश जी, दीनदयाल जी ये ऐसे महापुरुष हैं जो सत्ता के गलियारों से कोसो दूर रहे हैं
दीनदयाल उपाध्याय ग़रीब, पीड़ित, शोषित, वंचित की ही चर्चा करते थे(36th mann ki baat):
- भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी जब नौजवानों से बात करते थे तो हमेशा नानाजी देशमुख के ग्रामीण विकास की बातें किया करते थे
- दीनदयाल उपाध्याय समाज के आखिरी छोर पर बैठे हुए ग़रीब, पीड़ित, शोषित, वंचित की ही चर्चा करते थे
- अगले ‘मन की बात’ में, मैं जरुर सरदार वल्लभ भाई पटेल के विषय में कहूँगा
- हम लोग बहुत स्वाभाविक रूप से कहते हैं विविधता में एकता, भारत की विशेषता
- हम अपने देश को तो देखते नहीं हैं, देश की विविधताओं को जानते नहीं हैं लेकिन विदेशों में ही tour करना पसंद करते हैं
- महात्मा गाँधी, लोकमान्य तिलक, स्वामी विवेकानंद,
- अब्दुल कलाम जी ने जब भारत-भ्रमण किया तब उनको उसके लिए जीने-मरने की नई प्रेरणा मिली
- मुझे हिंदुस्तान के 500 से अधिक district में जाने का मौक़ा मिला होगा
- इन छुट्टियों में आप सिर्फ change के लिए या घूमने के लिए निकलें ऐसा नहीं होना चाहिए, कुछ जानने-समझने के इरादे से घूमने जायें
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